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उड़ीसा का उत्कल कोस्ट है बेहद खूबसूरत, एक रात में ही भूल जाएंगे गोवा के बीच..

उड़ीसा का उत्कल कोस्ट है बेहद खूबसूरत, एक रात में ही भूल जाएंगे गोवा के बीच..

नए साल पर लोग घूमने जाना पसंद करते हैं। उत्तर भारत इस समय कोहरे की चादर में लिपटा होता है। ऐसे में पहाड़ों की जगह लोग समुद्र के किनारे जाना ज्यादा पसंद करते हैं। कड़कड़ाती सर्दी से निजात पाने सोने से चमकते बीच सब को आकर्षित करते हैं। ऐसे में बीच का ख्याल आते ही हम गोवा की सोचते हैं जबकि हमारे देश के पास 7,516 किलोमीटर की लम्बी कोस्ट लाइन है जोकि पश्चिम में गुजरात से शुरू होकर पूरब में बंगाल तक जाती है। इस में अनेक द्वीप भी शामिल हैं। ऐसे में हम सिर्फ गोवा ही क्यों जाने की सोचते हैं। साल के इस समय में गोवा सैलानियों से खचाखच भरा होता है। एक टूरिस्ट के बजाए एक ट्रैवलर होने के नाते मैं हर बार कहीं ऐसी जगह जाने की सोचती हूं, जहाँ पहले कभी नहीं गई। इस बार मैंने सोचा कि नए वर्ष का पहला सूर्योदय पूरब के तट से देखा जाए। मैं पहुंच गई उत्कल तट पर। कभी नाम सुना है ? जी हां, ये तट पड़ता है ओडिशा राज्य में।

उड़ीसा का उत्कल तट

सुनहरी रेत और नीला पानी है यहां की पहचान। वैसे तो ओडिशा में अनेक बीच हैं लेकिन मैं पहुंची हूं एक ऐसे बीच पर जिसके आसपास कई और आकर्षण भी मौजूद हैं। ये बीच कोणार्क से मात्र 3 किलोमीटर पुरी की ओर स्थित है रामचंडी बीच। ये बीच भीड़ से दूर शांत समुद्र का किनारा है। इस बीच तक पहुँचने का रास्ता भी बहुत खूबसूरत है।

पुरी से लेकर कोणार्क तक समुद्र के किनारे-किनारे एक सड़क हाल ही में बनी है जिसे मरीन ड्राइव कहा जाता है। ड्राइव की लम्बाई 35 किलोमीटर है, इस सड़क के दोनों ओर खूबसूरत पेड़ कतार में ऐसे खड़े हैं जैसे हमारे स्वागत के लिए किसी ने द्वार सजाए हों।

इस ड्राइव के एक ओर शहर और दूसरी ओर समुद्र है। कोणार्क से पुरी की ओर जाते हुए उत्कल कोस्ट पर कई अनदेखे बीच हैं, जिसमें सबसे पहले आता है रामचंडी बीच और उसके बाद आता है चंद्रभागा बीच। फिर आता है पुरी बीच।

एशिया का सबसे स्वच्छ बीच है चंद्रभागा बीच

वर्ष 2018 में चंद्रभागा बीच को पूरे एशिया में सबसे स्वच्छ बीच के लिए ब्लू फ्लैग सम्मान मिला था। इस बीच पर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने को मिलता है। अगर चहलपहल के मीटर पर नापें तो रामचंडी बीच पर कम लोग मिलते हैं, चंद्रभागा पर ठीक-ठाक भीड़ होती है और पुरी बीच पर भारी भीड़ होती है। यहाँ वीकेंड पर लोकल लोग अधिक आते हैं।

बीच पर रिसोर्ट का लुत्फ उठाएं

अगर आप बीच रिसोर्ट का आनंद लेना चाहते हैं तो रामचंडी बीच पर ओडिशा टूरिज्म ने 70 टेंट की एक इको रिट्रीट नाम से जादुई नगरी बसा रखी है। ये ग्लॅमपिंग साइट अत्याधुनिक लग्ज़री से बने टेंट हैं जहाँ परिवार को ध्यान में रख कर हॉलिडे का इंतजाम किया गया है। मैंने ऐसे ही एक टेंट में रात गुज़ारी। यहाँ अलग अलग केटेगरी के टेंट हैं। मैंने रॉयल टेंट लिया जोकि अपने आप में एक फ्लैट जितना बड़ा था। ड्राइंग, डाइनिंग, ड्रेसिंग रूम और बेडरूम शामिल है।

समुद्र किनारे टेंट में गुजारें रात

कोई सोच भी नहीं सकता कि कपड़े की एक दीवार के पार मात्र 10 क़दम के फासले पर समुद्र हिलोरे ले रहा होगा और आप अपने नरम मुलायम बिस्तर में आराम फरमा रहे होंगे। ये अहसास जितना रोमांच से भरपूर है उतना ही भीतर ही भीतर सिहरन भी पैदा करता है। मैं बहुत दूर से आ रही थी तो ज़्यादा सोचने की हिम्मत थी। इसलिए मुंह ढंक कर सो गई। पूरी रात समुद्र की लहरों का शोर कानों में पड़ता रहा। चिंता की बात इसलिए नहीं थी कि मेरे टेंट के बाहर ही वाच टावर पर लोग मुस्तैदी से समुद्र की लहरों पर नजरें गड़ाए उसकी हर हरकत पर वाच कर रहे थे। जैसे किसी बड़े शिप पर की जाती है। इसलिए मैंने चिंता छोड़ चैन की नींद ली और सुबह की पहली किरण का स्वागत करने सूर्योदय से पहले जाग गई।

बीच के आसपास घूमने की मशहूर जगहें

साल के पहले दिन भगवान भास्कर के दर्शन किए। आज का पूरा दिन इस बीच पर अनेक वाटर स्पोर्ट एक्टिविटी में बीतने वाला था। यहाँ बोटिंग, वाटर सर्फिंग, कयाकिंग और स्विमिंग के इंतज़ाम हैं। मैंने देश के लगभग सभी बीच देखे हैं लेकिन इस से ज़्यादा सुन्दर और स्वच्छ बीच नहीं देखा। इस बीच हॉलिडे को पैसा वसूल बनाती है इसकी लोकेशन। मात्र कुछ किलोमीटर की दुरी पर यूनेस्को हेरिटेज साइट कोणार्क का सूर्य मंदिर और भगवान जगन्नाथ का मंदिर भी स्थित है। अगर आपके पास एक सप्ताह है तो भुबनेश्वर -पुरी और कोणार्क का हॉलिडे प्लान करें और अगर दो से तीन दिन तो कोणार्क और बीच हॉलिडे भी प्लान किया जा सकता है।

सियासी मियार की रीपोर्ट