नेपाल में भूस्खलन की चपेट में आने से 12 की मौत, 65 लापता…

काठमांडू, 12 जुलाई नेपाल में भारी बारिश से गुरुवार रात को अलग-अलग स्थानों पर भूस्खलन की चपेट में बसें आने से 12 लोगों की मौत हो गई और 65 अन्य लापता हो गए। स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जिला पुलिस के प्रवक्ता बसंत कुमार शर्मा ने कहा गुरुवार रात को कास्की जिले के पोखरा में भूस्खलन की चपेट में आने से एक परिवार के सात सदस्यों और तीन अन्य की मौत हो गई, जबकि जिले के माडी ग्रामीण नगर पालिका में एक अन्य व्यक्ति की जान चली गई।
श्री शर्मा ने शिन्हुआ को बताया, “हमने जिले में तीन स्थानों से 11 शव बरामद किए हैं।” इस बीच, काठमांडू को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले राजमार्ग के मुगलिंग-नारायणघाट खंड पर चितवन जिले में भूस्खलन की चपेट में दो बसों के आने से 65 यात्री लापता हो गए। एक बस 24 यात्रियों को लेकर बीरगंज से काठमांडू जा रही थी, जबकि 41 यात्रियों को लेकर दूसरी बस काठमांडू से रौतहट जिले के गौर जा रही थी। दोनों बसों के भूस्खलन की चपेट में आने से यात्री लापता हैं।
जिला पुलिस प्रवक्ता भेष राज रीजल ने बताया, “आशंका है कि दोनों बसें त्रिशूली नदी में गिर गई हैं। गोताखोरों सहित बचाव दल को यात्रियों का पता लगाने के लिए लगाया गया है।” एक अन्य घटना में राजमार्ग के उसी हिस्से पर चितवन में पत्थर गिरने से एक अन्य बस के चालक की मौत हो गई।
नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने सुरक्षा बलों को बचाव प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया है। नेपाल में मानसून के मौसम के दौरान भारी बारिश के कारण बाढ़, भूस्खलन और भूस्खलन की घटनाएं होना आम बात है, जो आमतौर पर जून के मध्य से अक्टूबर की शुरुआत तक चलता है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
Siyasi Miyar | News & information Portal Latest News & Information Portal