रात में बार-बार जागता है बच्चा? जानिए क्या है इसके पीछे कारण..

अक्सर देखा जाता है कि न्यू बॉर्न बेबीज दिन में तो खूब सो लेते हैं, लेकिन रात में कुछ-कुछ घंटों के बाद जागकर बैठ जाते हैं। बच्चों के इस स्लीप पैटर्न की वजह से कई बार पैरेंट्स को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती और वे यह समझ भी नहीं पाते हैं कि आखिर उनका बच्चा रात में इतने बार क्यों जागता है, जबकि दिन में तो अच्छे से सोता है। न्यू पैरेंट्स की इसी प्रॉब्लम के बारे में डॉक्टर पवन मंडाविया ने एक विशेष जानकारी शेयर की है, तो आइए जानते हैं विस्तार से।
पीडियाट्रिशियन पवन मंडाविया बताते हैं कि जब बच्चा मां के पेट में होता है, प्रेग्नेंसी के दौरान मां दिन में घूमती रहती है और एक्टिव रहती है। इस वजह से बच्चे को एक झूले जैसी फीलिंग मिलती है, जिससे वह सोया रहता है, लेकिन जब रात का समय आता है और मां सो जाती है और वातावरण शांत हो जाता है, तो बच्चा अचानक एक्टिव हो जाता है।
डॉक्टर पवन आगे कहते हैं कि इस तरह का एक पैटर्न मां के गर्भ में ही बन जाता है, जो डिलीवरी के बाद भी कुछ समय तक जारी रहता है। हालांकि, तीन महीने बाद आप देखेंगे कि वह बड़ों की तरह दिन में जागेगा और रात में सोएगा।
स्लीप पैटर्न ठीक करने की कोशिश करें
डॉक्टर पवन कहते हैं कि बच्चे की नींद का पैटर्न ठीक करने के लिए पैरेंट्स को दिन और रात के माहौल में अंतर करना बहुत जरूरी है। दिन के वक्त कोशिश करें कि पर्दे खुले रखें और कमरे में रोशनी हो, ताकि बच्चे को यह समझ में आए कि अब दिन का समय है। वहीं, रात के समय पर्दे बंद कर दें और कमरे को अंधेरा रखें, जिससे बच्चे को यह अहसास हो कि अब सोने का वक्त है। इसके अलावा, बच्चे को “मदर टू मदर टच” यानी मां से सीधे स्पर्श देने से भी बच्चे को अच्छा महसूस होता है और वह जल्दी सो जाता है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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