कुदरत का कमाल है कोट्टायम..

प्र-ति की सुंदरता के कई आयाम देखना चाहते हैं, तो कोट्टायम का एक टूर लगा लें। यहां आपको जहां केरल के कल्चर को करीब से जानने का मौका मिलेगा, वहीं सुकून और अडवेंचर आप एक ही जगह एन्जॉय कर सकते हैं…
केरल के नजारों पर सभी फिदा हैं। अगर कंफ्यूजन है कि यहां क्या देखें, तो कोट्टायम चले जाएं। केरल के दक्षिण में बसा यह शहर बैकवॉटर्स में दिलचस्पी रखने वालों को साल भर लुभाता है। नैचरल ब्यूटी के अलावा, यहां की बर्ड सैंक्चुअरी, मंदिर, चर्च, ट्रैकिंग साइट्स वगैरह भी पर्यटकों को खूब लुभाती हैं। इसके नॉर्थ में इर्नाकुलम है, तो ईस्ट में इदुक्की शहर है। साउथ में अलपुज्जा है, तो वेस्ट की रौनक को वंबनाड लेक बढ़ाती है।
क्या है आकर्षण
यहां के खूबसूरत नजारों के बीच आप कुछ दिन किसी रिजॉर्ट में रहने का मजा जरूर लें। इसके अलावा, अडवेंचर और नेचर से जुड़ने के लिए पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी जा सकते हैं। यह जगह हाथियों, चीतों और खास तरह के भैंसों के लिए मशहूर है।
कोट्टायम का तिरुंकारा शिव टैंपल भी एक देखने लायक जगह है। मंदिर की दीवारों को खूबसूरत पेंटिंग्स से सजाया गया है। इस जगह आपको केरल का कल्चर बेहद करीब से देखने का मौका मिलेगा। वैसे, मार्च में यहां होने वाले फाल्गुन उत्सव का टूरिस्ट्स में खासा क्रेज रहता है। इस दौरान यहां संस्-त में नाटक खेले जाते हैं, जिनकी गहराई जानने के लिए लोकल लोगों के साथ टूरिस्टों का भी खूब जमावड़ा रहता है।
कोट्टायम के पास कुमाराकोम भी एक आकर्षक जगह है। यह जगह वंबनाड लेक के पास है और प्रवासी पक्षियों के लिए मशहूर है। आप चाहें, तो यहां से बैकवॉटर क्रूज की सैर के लिए भी निकल सकते हैं। कोट्टायम से 40 किलोमीटर दूर एक और बड़ा व मशहूर शिव मंदिर है। वायकोम मंदिर को परशुराम से जुड़ा बताया जाता है। यह मंदिर भी केरल के मंदिर कल्चर को करीब से दिखाता है और वाकई देखने लायक है।
अगर आप कोट्टायम के आसपास की जगहों में वाकई दिलचस्पी ले रहे हैं, तो यहां से 60 किमी दूर वागामोन की सैर जरूर करें, जिसे ट्रैकिंग में दिलचस्पी रखने वालों के स्वर्ग की तरह माना जाता है। यहां आप प्र-ति के सौंदर्य को निहारने के साथ ट्रैकिंग के तमाम पैकेज एन्जॉय कर सकते हैं। कोट्टायम की वापस बात करें, तो यहां सेंट मैरी चर्च, सेंट मैरी ऑर्थोडॉक्स चर्च, मोनेस्ट्री वगैरह देख सकते हैं।
कब जाएं
कोट्टायम जाने का बेस्ट टाइम अगस्त से मार्च के बीच है। यहां हल्की ठंड भी होती है, इसलिए अपने साथ हल्की स्वेटर व शॉल जरूर लेकर चलें।
क्या खरीदें
केरल के अन्य हिस्सों की तरह ही कोट्टायम में मसालों की खूब खेती होती है, इसलिए इन्हें आप सही दामों में यहां से खरीद सकते हैं। इसके अलावा, इको-फ्रेंडली रबर प्रॉडक्ट्स खरीदना भी ना भूलें।
कहां रुकें
कोट्टायम में स्टैंडर्ड और बजट दोनों तरह की ऑप्शन हैं। रुकने के लिए लग्जरी वाली हाउसबोट्स के बारे में भी सोचा जा सकता है, तो टूरिस्टों के लिए हर तरह के होटलों की भी व्यवस्था है।
कैसे पहुंचें
कोट्टायम से नजदीकी एयरपोर्ट कोच्चि का है, जहां से इसकी दूरी 80 किमी है। वैसे, यह रेल मार्ग से तमाम शहरों से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, यहां पहुंचने के लिए बोट व फेरी भी ली जा सकती हैं। गौरतलब है कि कोट्टायम पहुंचने का यह तरीका टूरिस्ट्स का फेवरिट है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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