Sunday , November 23 2025

शुभ दीवाली आ गई, झूम रहा संसार।माँ लक्ष्मी का आगमन, सजे सभी घर द्वार।।

शुभ दीवाली आ गई, झूम रहा संसार।
माँ लक्ष्मी का आगमन, सजे सभी घर द्वार।।


  • सुख वैभव सबको मिले, मिले प्यार उपहार।
    सच में सौरभ हो तभी, दीवाली त्यौहार।।

  • दीवाली का पर्व ये, हो सौरभ तब खास।
    आ जाए जब झोंपड़ी, महलों को भी रास।।

  • जिनके स्वच्छ विचार हैं, रखे प्रेम व्यवहार।
    उनके सौरभ रोज ही, दीवाली त्यौहार।।

  • दीवाली उनकी मने, होय सुखी परिवार।
    दीप बेच रोशन करे, सौरभ जो घर द्वार।।

  • मैंने उनको भेंट की, दीवाली और ईद।
    जान देश के नाम कर, जो हो गए शहीद।।

  • फीके-फीके हो गए, त्योहारों के रंग।
    दीप दिवाली के बुझे, होली है बेरंग।।

  • नेह भरे मोती नहीं, खाली मन का सीप।
    सूख गई हैं बातियाँ, जलता कैसे दीप।।

  • बाती रूठी दीप से, हो कैसे प्रकाश।
    बैठा मन को बांधकर, अंधियारे का पाश।।

-डॉ सत्यवान सौरभ-

सियासी मियार की रिपोर्ट