पेंटागन ने असफल काबुल हवाई हमले का पहला वीडियो जारी किया…
वाशिंगटन, 20 जनवरी अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए एक ड्रोन हमले के वीडियो फुटेज को गोपनीय सूची से हटाते हुए इसे सार्वजनिक रूप से जारी किया है। अमेरिकी सैनिकों की देश से वापसी के आखिरी समय में हुए इस अमेरिकी ड्रोन हमले में 10 आम नागरिक मारे गए थे।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने यूएस सेंट्रल कमान के खिलाफ सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम वाद के जरिए ये फुटेज प्राप्त करने के बाद इसे अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया। 29 अगस्त के ड्रोन हमले के ये वीडियो फुटेज पहली बार सार्वजनिक रूप से जारी किए गए हैं, जिसका शुरू में पेंटागन ने बचाव किया था लेकिन बाद में इसे एक भारी भूल बताया था।
वीडियो में लगभग 25 मिनट की फुटेज हैं, जिसमें शामिल दो ड्रोन को ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने एमक्यू-9 रीपर ड्रोन बताया है। फुटेज में हमले से पहले, हमले के दौरान और बाद में एक गली में एक कार पर हुए हमले के दृश्य नजर आ रहे हैं।
सेना ने कहा था कि उसे लगा कि उसने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी संगठन के एक आतंकवादी को मार गिराया, जो काबुल हवाई अड्डे के पास उस जगह पर बम विस्फोट कर सकता था जहां से लोगों का निकलना जारी था। इसके तीन दिन पहले हवाई अड्डे पर एक आत्मघाती बम विस्फोट में 13 अमेरिकी सैनिकों और 160 से अधिक अफगान नागरिकों की मौत हो गई थी।
सेना ने जब बाद में 29 अगस्त के ड्रोन हमले में अपनी भूल स्वीकार की, तो सेंट्रल कमान ने स्पष्ट किया कि कार चलाने वाले का आईएस समूह से कोई लेना-देना नहीं था। हमले में मारा गया व्यक्ति जमारी अहमदी था, जो अमेरिका स्थित सहायता संगठन, न्यूट्रिशन एंड एजुकेशन इंटरनेशनल के लिए काम करता था।
सियासी मियार की रिपोर्ट