चीनी ताइपे के खिलाफ ‘करो या मरो’ के मुकाबले में भारत की निगाहें गोल करने पर…

नवी मुंबई, 22 जनवरी । मेजबान भारत को एएफसी महिला एशियाई कप के ‘करो या मरो’ के ग्रुप मैच में चीनी ताइपे की टीम के खिलाफ रविवार को यहां अपनी ‘फिनिशिंग’ में और अधिक प्रभावी होने की जरूरत होगी।
भारतीय महिला टीम को टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में निचली रैंकिंग की ईरानी टीम ने गोलरहित ड्रा पर रोक दिया था जबकि चीनी ताइपे को आठ बार की चैम्पियन चीन ने 4-0 से रौंदा था।
फीफा विश्व कप प्लेऑफ स्थान दांव पर लगा है और भारतीय टीम अपने मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी के क्वार्टरफाइनल तक पहुंचने के ‘वास्तविक लक्ष्य’ को हासिल करने की कोशिश कर रही है जिसके लिये उन्हें हर हाल में अगला मैच जीतना होगा क्योंकि घरेलू टीम को ग्रुप ए का अंतिम लीग मुकाबला मजबूत चीन के खिलाफ खेलना है।
इस मैच में जीत भारत को लगभग 12 देशों के टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में पहुंचा देगी जो 1979 के बाद दूसरी बार इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है।
रिकॉर्ड के लिये बता दें कि शीर्ष टीमों के अलावा तीनों ग्रुप में से तीसरे स्थान पर रहने वाली दो टीमें भी क्वार्टरफाइन के लिये क्वालीफाई करेंगी।
मौजूदा टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली सभी टीमें आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले 2023 फीफा विश्व कप के लिये सीधे क्वालीफाई कर लेंगी। बचे हुए चार क्वार्टरफाइनल में से दो और टीमें विश्व कप के लिये सीधे जगह बनायेंगी, अगर आस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचता है जिसकी संभावना काफी अधिक है।
इसका मतलब है कि क्वार्टरफाइनल में हारने के बावजूद टीमें विश्व कप के लिये क्वालीफाई कर सकती हैं, अगर वे दो और चार फरवरी को एएफसी एशियाई कप के प्ले ऑफ मैच जीत लें। क्वार्टरफाइनल में हारने वाली दो टीमें अंतरमहाद्वीपीय प्लेऑफ में खेलेंगी।
कोविड-19 महामारी के बावजूद भारतीय टीम को पिछले साल कई विदेशी दौरे और अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने को मिले जिसमें पूर्व विश्व कप उप विजेता टीम ब्राजील के खिलाफ मुकाबले भी शामिल हैं। इससे टीम ईरान के खिलाफ अच्छी दिख रही थी और उन्होंने कई मौके भी बनाये।
रविवार को भारतीय खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पहला गोल दागने के लिये बेताब होंगी।
चीनी ताइपे के खिलाफ मैच से पूर्व डेनेरबी ने कहा था कि उनकी टीम को अपने आक्रमण में कुछ बदलाव की जरूरत होगी।
डेनेरबी ने कहा, ‘‘हमें अपनी ‘फिनिशिंग’ पर काम करना होगा और चीनी ताइपे के खिलाफ दूसरे मैच में इससे तीन अंक जुटाने होंगे। ’’
स्वीडन के 62 साल के डेनेरबी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारी रक्षात्मक पंक्ति मजबूत है और जब भी ईरान ने जवाबी हमले करने की कोशिश की तो हमने अच्छा रक्षण किया। हमारे आक्रमण में कुछ बदलाव के बाद हम अपने अगले प्रतिद्वंद्वी के लिये तैयार होंगे। ’’
मेजबान टीम अपनी स्टार स्ट्राइकर बाला देवी के बिना खेल रही है जो सर्जरी से उबर रही हैं लेकिन फिर टीम ने ईरान के खिलाफ ज्यादातर समय दबदबा बनाया।
भारत के लिये अनुभवी अदिति चौहान के फिर से गोलकीपर की भूमिका निभाने की उम्मीद है जबकि कप्तान आशालता देवी ‘डीप डिफेंस’ को संभालेंगी।
अदिति ने पहले मैच में कोई गोल नहीं होने दिया और वह दूसरे मैच में भी यही उम्मीद कर रही होंगी।
इंदुमति काथिरेसन और अंजू तमांग मिडफील्ड में जबकि हाल में ब्राजील के खिलाफ भारत का एकमात्र गोल करने वाली मनीषा कल्याण के भारत का ‘ट्रंप कार्ड’ होने की उम्मीद है।
मनीषा पिछले मैच की निराशा को पीछे छोड़कर देश के लिये इस टूर्नामेंट में पहला गोल करने के लिये बेताब होंगी।
अनुभवी मिडफील्डर कमला देवी को पिछले मैच में मौका नहीं मिला था, यह देखना होगा कि उन्हें चीनी ताइपे के खिलाफ मौका मिलता है या नहीं।
चीनी ताइपे की विश्व रैंकिंग 39 है जबकि भारत 55वें स्थान पर काबिज है।
दिन के दूसरे मैच में चीन मुंबई फुटबॉल एरिना में ईरान के खिलाफ दावेदार के तौर पर उतरेगा।
मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े सात बजे शुरू होगा।
सियासी मियार की रिपोर्ट
Siyasi Miyar | News & information Portal Latest News & Information Portal