आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को मिले शुल्क और आयुसीमा में छूट : भाजपा सांसद…

नई दिल्ली, 06 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमापति राम त्रिपाठी ने बुधवार को लोकसभा में केंद्र सरकार से आग्रह किया कि अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के छात्रों की तरह सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को भी विभिन्न परीक्षाओं में शुल्क तथा आयुसीमा की छूट दी जाए। उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया।
उत्तर प्रदेश के देवरिया से लोकसभा सदस्य त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की भावना के तहत ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को 10 प्रतिशत का आरक्षण मिला। उन्होंने कहा, ‘‘अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के छात्रों को शुल्क में छूट के साथ आयु की सीमा में छूट दी जाती है, जबकि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को यह सुविधा नहीं मिलती है।’’ त्रिपाठी ने कहा, ‘‘मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि (सामान्य श्रेणी के) आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं को भी आयुसीमा और शुल्क में छूट प्रदान की जाए।’’
दक्षिणी दिल्ली से भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार के खिलाफ धरना देने पर कई आंगनवाड़ी कर्मियों का कथित निलंबन किये जाने का विषय उठाया और उनके लिए न्याय की मांग की।
कांग्रेस के गुरजीत औजला ने कहा कि पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से लगे इलाकों के किसानों को बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ता है और उन्हें मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए।
शिवसेना के प्रताप राव जाधव ने कहा कि जून महीने तक अरहर दाल के निर्यात पर रोक लगे ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिल सके।
कांग्रेस के के. सुरेश, शिवसेना के अरविंद सावंत और कई अन्य सदस्यों ने भी शून्यकाल के दौरान लोक महत्व के अलग-अलग विषय उठाए।
सियासी मीयार की रिपोर्ट
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