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लाइफ मिशन के तहत 75 सूत्री एजेंडा पेश..

लाइफ मिशन के तहत 75 सूत्री एजेंडा पेश..

नई दिल्ली, 27 अक्टूबर । केंद्र सरकार ने बुधवार को 75 जीवनशैली अभ्यासों को लेकर एक सूची प्रकाशित की है, जिसका उद्देश्य लोगों को मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) के तहत जलवायु के अनुकूल व्यवहार के रूप में लाना है।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक ट्वीट में सात श्रेणियों के तहत 75 कार्यों की सूची साझा की। इन सात श्रेणियों में ऊर्जा, पानी, एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक, टिकाऊ खाद्य प्रणाली, कम पानी का उपयोग (स्वच्छता कार्य), स्वस्थ जीवन शैली और ई-कचरा शामिल है।

यादव ने कहा कि 2022-23 में, मिशन लाइफ व्यक्तियों, समुदायों और संस्थानों को उनके दैनिक जीवन में सरल पर्यावरण के अनुकूल कार्यों का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करेगा और ‘मांग में बदलाव’ पर ध्यान केंद्रित करेगा। ऊर्जा की बचत के लिए मुख्य रूप से सीएनजी/ईवी वाहनों से लेकर वाटर कूलिंग के लिए मिट्टी के बर्तन लगाने तक 19 कार्य पेश किए गए हैं।

पानी की बचत के लिए कम पानी वाली फसलों की खेती के अनुकूलन से लेकर घरों, स्कूलों/कार्यालयों में वर्षा जल संचयन के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण तक 15 कदम उठाए जा सकते हैं। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए रिसाइकल्ड प्लास्टिक के उपयोग से लेकर स्टील के लंच बॉक्स के उपयोग तक 11 उपायों पर प्रकाश डाला गया। पौष्टिक भोजन के लिए किचन गार्डन बनाने से लेकर स्थानीय रूप से उपलब्ध और मौसमी भोजन को प्राथमिकता देने के लिए सात तरह के कार्य किए जा सकते हैं।

पानी में कमी (स्वच्छता कार्य), स्वस्थ जीवन शैली अनुकूलन और ई-कचरा से निपटने के लिए क्रमशः 11, 9 और 4 तरह के कार्य सुझाए गए हैं। इसके लिए बिना पकी सब्जियों को मवेशियों को खिलाने से लेकर एक पेन ड्राइव/हार्ड ड्राइव की जगह पर क्लाउड स्टोरेज का उपयोग करना बताया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने 20 अक्टूबर को मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) लॉन्च किया। मिशन लाइफ जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी परिणामों से बचाने के उद्देश्य से पेश की गई एक वैश्विक कार्य योजना है।

पिछले साल ग्लासगो में 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (कॉप26) के दौरान पीएम मोदी द्वारा लाइफ मिशन की शुरुआत की गई थी। यह भारत के आधुनिक राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) का भी एक हिस्सा है, जिसे आधिकारिक तौर पर इस साल अगस्त में यूएनएफसीसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया था।

मिशन लाइफ का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली को बढ़ावा देना है। इसमें लोगों की भागीदारी के माध्यम से एक ओ-आकार की अर्थव्यवस्था की भी परिकल्पना की गई है। यह व्यक्तियों के वैश्विक नेटवर्क यानी ‘पर्यावरण समर्थक लोग’ या पी3 (प्रो प्लैनेट पीपल) को बढ़ावा देने की भी योजना बना रही है।

इसमें पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली को अपनाने और बढ़ावा देने के लिए एक साझा प्रतिबद्धता होगी। भारत के आठ एनडीसी बिंदुओं में से पहले बिंदु का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए मुख्य रूप से ‘लाइफ’ के लिए एक जन आंदोलन स्थापित कर परंपराओं, संरक्षण और संयम के मूल्यों के आधार पर जीने के एक स्वस्थ और टिकाऊ तरीके को आगे बढ़ाना और इसे लोगों तक पहुंचाना है। यह अब पहली बार है जब लाइफ मिशन के सिद्धांत चर्चा में आए हैं।

सियासी मियार की रिपोर्ट