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भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए का पूरा लाभ उठाने के लिए जीटीआरआई ने व्यापारियों को उपाय सुझाए.

भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए का पूरा लाभ उठाने के लिए जीटीआरआई ने व्यापारियों को उपाय सुझाए.

नई दिल्ली, 02 जनवरी। भारतीय व्यापारियों को हाल में लागू मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का पूरा लाभ उठाने के लिए व्यापार नीति और ऑस्ट्रेलिया में संबंधित उत्पादों की उत्पत्ति के नियमों को जानने सहित सात कदमों का अनुपालन करना चाहिए। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के एक अध्ययन में यह बात कही गई है। भारत-ऑस्ट्रेलिया मुक्त व्यापार समझौता 29 दिसंबर, 2022 को लागू हुआ है।

जीटीआरआई ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ईसीटीए) दोनों देशों के निर्यातकों और आयातकों को कई रियायतें प्रदान करता है, लेकिन ये छूटें उत्पाद केंद्रित हैं। ऐसे में कंपनियों को यह पता लगाना चाहिए कि क्या उनके उत्पाद को इसका लाभ मिलेगा। जीटीआरआई ने कहा, ‘‘हमने यह सुनिश्चित करने के लिए सात-चरण की प्रक्रिया का सुझाव दिया है जिससे कंपनियां ईसीटीए के तहत निर्यात या आयात करते समय महत्वपूर्ण ब्योरे को ध्यान रखें।’’

भारत में मुक्त व्यापार करार (एफटीए) का फायदा लेने की दर काफी कम है। इसकी वजह यह है कि यहां लोगों को प्रक्रिया और लाभ की जानकारी नहीं है। जीटीआरआई ने कहा कि इन कदमों के जरिये भारतीय कंपनियां व्यापार करार का पूरा लाभ ले सकती हैं।

इनमें सही एचएसएन कोड की जानकारी शामिल है क्योंकि समान उत्पाद के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया में शुल्क वर्गीकरण भिन्न हो सकता है। व्यापार की भाषा में प्रत्येक उत्पाद को एक एचएसएन (हार्मोनाइज़्ड सिस्टम ऑफ़ नोमेनक्लेचर) कोड के तहत वर्गीकृत किया जाता है। यह दुनियाभर में वस्तुओं के व्यवस्थित वर्गीकरण में मदद करता है।

भारतीय व्यापार सेवा के पूर्व अधिकारी अजय श्रीवास्तव जीटीआरआई के सह-संस्थापक हैं। उन्होंने मार्च, 2022 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली थी। उनके पास व्यापार नीति निर्माण और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) तथा मुक्त व्यापार करार (एफटीए) का व्यापक अनुभव है। वह जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ एफटीए वार्ता प्रक्रिया में शामिल रहे हैं।

सियासी मियार की रिपोर्ट