Monday , September 23 2024

नीदरलैंड में अमेरिका की विविधता का प्रतिनिधित्व करने के लिए दूत शेफाली राजदान दुग्गल की सराहना…

नीदरलैंड में अमेरिका की विविधता का प्रतिनिधित्व करने के लिए दूत शेफाली राजदान दुग्गल की सराहना…

वाशिंगटन, 13 जनवरी । नीदरलैंड में अमेरिका की राजदूत भारतीय-अमेरिकी शेफाली राजदान दुग्गल की अपनी विरासत को दूर-दूर तक ले जाने और एक राजनयिक के रूप में अमेरिका की विविधता को और अधिक समृद्ध बनाने के लिए प्रतिष्ठित समुदाय के सदस्यों द्वारा सराहना की गई है। अक्सर लोगों द्वारा उन्हें “ट्रेलब्लेज़र” (अग्रणी) कहा जाता है। राजदान दुग्गल अमेरिकी राजदूत के रूप में नियुक्त की गईं पहली कश्मीरी-अमेरिकी हैं।

अमेरिकी राजदूत राजदान दुग्गल (51) ने इस सप्ताह ट्विटर पर नीदरलैंड में भारत की राजदूत रीनत संधू के आवास पर अपनी एक तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “हमें दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के प्रतिनिधियों के रूप में अपनी साझा प्राथमिकताओं और जिम्मेदारियों पर चर्चा करने में वाकई मजा आया।”

संधू ने इसके जवाब में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा, “हमारे लोकतंत्र में मजबूत साझेदारी और विविधता की ताकत को दर्शाते हुए आपके गर्मजोशी भरे भाव की सराहना करती हूं। आपके साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं।” नीदरलैंड में दो शीर्ष महिला राजनयिकों के बीच बैठक की तस्वीरों के साथ किए गए ट्वीट के बाद अब भारतीय-अमेरिकी समुदाय की ओर से काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

राजदान दुग्गल ने बृहस्पतिवार को मकर संक्रांति के हिंदू पर्व को मनाने और अमेरिकी नागरिक अधिकार नेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर को सम्मानित करने के लिए अमेरिकी दूतावास परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया।

एक अमेरिकी वकील, राजनेता, लोक सेवक और गैर-लाभकारी संगठन ‘गर्ल्स हू कोड’ की संस्थापक रेशमा सौजानी ने कहा, “शेफाली हमेशा अमेरिका की आकांक्षाओं के प्रति समर्पित रही हैं और अपने देश से बेहद प्यार करती हैं। साथ ही वह हमेशा अपनी भारतीय जड़ों के काफी करीब रही हैं। जब वह राजदूत बनीं, तो यह अमेरिका, भारत और भारतीय प्रवासियों के लिए खुशी का क्षण था।” वर्तमान में ‘अमेरिकॉर्प्स’ के विदेश मामलों के प्रमुख श्री प्रेस्टन कुलकर्णी ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय को उन पर गर्व है।

उन्होंने कहा, “अमेरिका की सबसे बड़ी ताकत हमारी विविधता है, और भारत और अमेरिका में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अमेरिकी संस्कृति के हिस्से के रूप में भारत की संस्कृतियों, आस्थाओं और भाषाओं को देखना बहुत सार्थक है।”

सियासी मीयर की रिपोर्ट