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न्यू बॉर्न बेबी को न खिलाएं ये 5 फूड, सेहत पर पड़ सकता है असर..

न्यू बॉर्न बेबी को न खिलाएं ये 5 फूड, सेहत पर पड़ सकता है असर..

6 महीने तक के शिशुओं को मां के दूध के अलावा कुछ नहीं खिलाना चाहिए, यह बात तो हम सभी जानते हैं। इसलिए अधिकतर माता-पिता 6 महीने तक बच्चों को मां का दूध या जरूरत पड़ने पर फॉर्मुला मिल्क देते हैं। लेकिन जैसे ही बच्चा 6 महीने का पूरा हुआ नहीं कि पेरेंट्स उन्हें हर चीज का स्वाद दिलाना शुरू कर देते हैं….

न करें ये गलतियां

6 महीने तक के शिशुओं को केवल मां का दूध या फॉर्मुला मिल्क देना चाहिए, यह सभी जानते हैं. लेकिन जैसे ही बच्चा 6 महीने का होता है, माता-पिता उसे नए-नए स्वाद चखाने लगते हैं. हालांकि, 1 साल से छोटे बच्चों की किडनी, लिवर और अन्य अंग पूरी तरह विकसित नहीं होते हैं, इसलिए उनकी डाइट में सावधानी बरतनी चाहिए. कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताएंगे जिन्हें 12 महीने से कम उम्र के बच्चों को नहीं देना चाहिए।

नमक : बच्चों के खाने में नमक डालने से बचें। एक साल तक के बच्चों के गुर्दे (किडनी) नमक को सही से प्रोसेस नहीं कर पाते। इससे उनके हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है।

चीनी : बच्चों को ज्यादा चीनी वाली चीजें न दें। इससे उनके दांत खराब हो सकते हैं और मोटापा बढ़ने का खतरा भी रहता है। प्राकृतिक रूप से मीठे फलों को उनकी डाइट में शामिल करना बेहतर होता है

नट्स और हार्ड फूड्स : एक साल से छोटे बच्चों को नट्स और हार्ड फूड्स (जैसे गाजर के बड़े टुकड़े) देने से बचें। इन्हें चबाना और निगलना उनके लिए मुश्किल होता है और इससे गला चोक होने का खतरा रहता है।

आइसक्रीम दूध से बनती है और एक साल से छोटे बच्चों के लिए गाय या भैंस का दूध पचाना मुश्किल होता है। इससे बच्चों को एलर्जी, पाचन समस्याएं या पेट दर्द हो सकता है। इसलिए एक साल से छोटे बच्चों को आइसक्रीम नहीं देनी चाहिए।

चॉकलेट शिशुओं के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे उनकी नींद में बाधा आ सकती है और पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे वे खाना खाने से बचते हैं। चॉकलेट का सेवन छोटे बच्चों के लिवर पर भी गलत असर डालता है। इसलिए एक साल से छोटे बच्चों को चॉकलेट नहीं देना चाहिए।

सियासी मियार की रीपोर्ट