योगी सरकार के लिए कानून व्यवस्था के मामले में सिरदर्द बने हाथरस और लखीमपुर खीरी में भी भाजपा आगे….

लखनऊ, 10 मार्च। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से चार राज्यों में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है. रुझानों में बीजेपी यूपी दोबार सरकार बना रही है. चुनाव आयोग के रुझानों में उत्तर प्रदेश में भाजपा को 275 सीटें मिल सकती है. यूपी में योगी-मोदी की लहर दिख रही है. पिछली योगी सरकार के लिए कानून व्यवस्था के मामले में सिरदर्द बने हाथरस और लखीमपुर खीरी में भी बीजेपी आगे चल रही है. यहां से बीजेपी प्रत्याशी जीत रहे हैं.
आपको बता दें कि आपको बता दें कि 14 सितंबर 2020 को हाथरस के एक बूलगढ़ी गांव में एक दलित युवती के साथ दरिंदगी की गई थी और उसे जान से मारने की कोशिश हुई थी. इलाज के दौरान युवती की मृत्यु हो गई. इस घटना पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. कांग्रेस और सपा ने इस मामले के सहारे यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. हाथरस की घटना को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने में कांग्रेस की बड़ी भूमिका थी. राहुल और प्रियंका दोनों ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की थी.
हाथरस में बीजेपी प्रत्याशी आगे
योगी सरकार के लिए सिरदर्द बने इस कांड के बावजूद यहां बीजेपी की लहर नजर आ रही है. हाथरस विधानसभा सीट पर भाजपा ने रिकॉर्ड बढ़त हासिल कर ली है. भाजपा प्रत्याशी अंजुला सिंह 27673 मतों के साथ पहले स्थान पर बनी हुई हैं. 6 राउंड की मतगणना के बाद भाजपा प्रत्याशी करीब 10 हजार वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं. यहां कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत बचने की सम्भवना बहुत कम है.
लखीमपुर खीरी में कांग्रेस की जमानत जब्त होने की आशंका
वहीं लखीमपुर खीरी में अब तक भाजपा के योगेश वर्मा को 16941 और सपा के उत्कर्ष वर्मा को 12,109 वोट, कांग्रेस को महज 292 वोट मिले. लखीमपुर की घटना के बाद सबसे ज्यादा समय प्रियंका गांधी यहां रही थी, जेल भी गई, लेकिन जनता ने वोट नहीं दिया. यहां भी कांग्रेस की जमानत जब्त होने की आशंका. आपको बता दें कि लखीमपुरी खीरी में भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. कहा जा रहा था कि यहां बीजेपी को झटका लग सकता है. लेकिन रुझान में ऐसा नहीं दिख रहा है. लखीमपुर खीरी हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हुई थी. जिसका आरोप यूपी के गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर लगा हैं. इनपर किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप था. आशीष मिश्रा फिलहाल जमानत पर जेल पर बाहर हैं.
सियासी मियार की रिपोर्ट