तन की दुर्गंध बिगाड़े मूड, रिश्तों में आए दूरी..

दिल्ली के विपिन जैसे कई लोग आज की तेज रफ्तार जीवनशैली में अपनी दांपत्य जिंदगी को फिल्मी अंदाज में जीना चाहते हैं। मगर एक छोटी‑सी चूक, जैसे शरीर से आती दुर्गंध, रोमांस का मूड बिगाड़ देती है। सिर्फ विपिन ही नहीं, हजारों पति‑पत्नी अपने साथी के तन या सांस से आती बदबू के कारण संबंधों में खटास महसूस करते हैं। असल में यह केवल व्यक्तिगत सफाई का मामला नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ा गंभीर विषय है। आधुनिक चिकित्सकीय शोध बताता है कि शरीर से आने वाली दुर्गंध कई बार रोग का संकेत भी हो सकती है।
सांस की दुर्गंध
मुंह से आने वाली बदबू सबसे आम समस्या है। आज लोग तंबाकू, गुटखा, शराब, जंक फूड और मसालेदार भोजन ज्यादा लेने लगे हैं, जिससे सांस की बदबू की शिकायत बढ़ रही है। इसके साथ ही पायरिया, दांतों में कैविटी, मसूड़ों की सूजन, लिवर या गैस्ट्रिक की समस्याएं भी इसका कारण हो सकती हैं।
बचाव उपाय
रोजाना दो बार ब्रश और एक बार डेंटल फ्लॉस करें।
माउथवॉश का इस्तेमाल नियमित करें।
शराब, तंबाकू, गुटखा जैसी चीजों से दूरी रखें।
यदि सांस की बदबू लगातार बनी रहे तो डेंटिस्ट या गैस्ट्रो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
वेजाइनल दुर्गंध
महिलाओं में इन्फेक्शन के चलते योनि से बदबू आना आम है। हाल के वर्षों में डॉक्टरों ने पाया है कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस और कैंडिडा फंगल इन्फेक्शन सबसे बड़े कारण हैं। अस्वच्छ अंतःवस्त्र, माहवारी के दौरान हाइजीन की कमी और मधुमेह से यह समस्या बढ़ जाती है।
बचाव उपाय
कॉटन के अंतःवस्त्र पहनें और रोज धुले कपड़े उपयोग करें।
मासिक धर्म में सैनिटरी पैड नियमित बदलें।
अस्वाभाविक डिस्चार्ज या तीखी गंध होने पर तुरंत गाइनेकोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
डॉक्टर की सलाह के अनुसार ऐंटीबायोटिक या ऐंटीफंगल दवा लें।
पसीने की दुर्गंध
मौसम की गर्मी के साथ-साथ आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हाइपरहाइड्रोसिस यानी जरूरत से ज्यादा पसीना आने की समस्या बढ़ गई है। इससे न सिर्फ बदबू आती है, बल्कि स्किन इंफेक्शन, घमौरियां और खुजली भी हो सकती है।
बचाव उपाय
दिन में कम से कम एक बार स्नान करें, गर्मियों में यह दो बार जरूरी है।
नहाने के पानी में ऐंटीसेप्टिक लिक्विड मिलाएं।
डिओड्रेंट और एंटीपरस्पिरेंट का इस्तेमाल करें।
मसालेदार व तैलीय भोजन से बचें और शरीर हाइड्रेट रखें।
रसोई और कामकाजी महिलाओं की गंध
रसोई में काम करने वाली महिलाओं या पुरुषों के हाथों व कपड़ों में अक्सर खाने‑पीने की गंध बस जाती है। प्याज, लहसुन और तेल की गंध पसीने के साथ मिलकर अप्रिय हो जाती है।
बचाव उपाय
रसोई में काम करते समय एप्रन और हैंडग्लव्स पहनें।
काम खत्म के बाद हाथ‑मुंह साबुन से धोकर कपड़े बदलें।
हल्की खुशबू वाला परफ्यूम लगाएं।
बालों की दुर्गंध
तेल की अधिकता या स्कैल्प पर डैंड्रफ के कारण बालों से भी बदबू आने लगी है। आजकल प्रदूषण और तनाव ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है।
बचाव उपाय
हफ्ते में 2-3 बार ही तेल लगाएं और अगले दिन शैंपू से धोएं।
एंटी‑डैंड्रफ शैंपू का प्रयोग करें।
धूल या पसीने वाले माहौल से लौटने पर बाल साफ करें।
पैरों की दुर्गंध
लंबे समय तक जूते‑मोजे पहनने या नमी बने रहने से पैरों में बदबू और फंगल इन्फेक्शन हो जाता है। बरसात के मौसम में यह समस्या और बढ़ जाती है।
बचाव उपाय
रोजाना पैरों को धोकर अच्छी तरह सुखाएं।
साफ और सूती मोजे पहनें, जूतों को धूप में सुखाएं।
पैर के नाखून नियमित काटें और एड़ियों की सफाई करें।
समस्या लगातार बनी रहे तो स्किन स्पेशलिस्ट से मिलें।
निष्कर्ष
आज की जीवनशैली में स्वच्छता सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं, रिश्तों को भी मजबूत बनाए रखने की कुंजी है। तन की हल्की‑सी बदबू भी साथी के रोमांस का मूड बिगाड़ सकती है। इसलिए व्यक्तिगत हाइजीन को जीवन का जरूरी हिस्सा बनाएं।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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