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गायत्री-त्रिसा नहीं तोड़ पाई चीन की दीवार, सेमीफाइनल में सफर हुआ खत्म..

गायत्री-त्रिसा नहीं तोड़ पाई चीन की दीवार, सेमीफाइनल में सफर हुआ खत्म..

बर्मिंघम, 20 मार्च। बर्मिंघम में जारी ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में जहां एक ओर लक्ष्य सेन ने फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा वहीं दूसरी ओर महिला डबल्स में पी. गायत्री गोपीचंद और त्रिसा जॉली का सफर सेमीफाइनल में ही खत्म हो गया। भारत की युवा जोड़ी चीन को जोड़ी को कड़ी टक्कर के बावजूद मात नहीं दे सकी। चीन की इस जोड़ी ने भारतीय युवा जोड़ी के फाइनल में पहुंचने का सपने तोड़ दिया। वहीं जैंग शुएन और जेंग यू फाइन में जापान की नामी मतसुयामा और चिहारू शिदा का सामना करेगी। भारत की ओर से कई स्टार खिलाड़ियों ने ऑल इंग्लैंड में हिस्सा लिया था। दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु, लंदन ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट सायना नेहवाल और वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीतने वाले किदांबी श्रीकांत सभी सेमीफाइनल से पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गए। केवल लक्ष्य सेन और त्रिसा-गायत्री की जोड़ी ही सेमीफाइनल तक पहुंच पाई।

सेमीफाइनल में खत्म हुआ भारतीय जोड़ी का सफर

भारतीय जोड़ी को चीन की जोड़ी ने महज 51 मिनट में हारकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। यह मैच दो गेम तक चला औप चीनी जोड़ी 21-17, 21-16 से जीत गई गई। त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद शुक्रवार को कोरिया की दूसरी वरीयता प्राप्त ली सोही और शिन सियुंगचान को हराया था। त्रिसा और गायत्री की 46वीं रैंकिंग वाली जोड़ी ने ली और शिन को 14-21, 22-20, 21-15 से मात दी। भारत को ऑल इंग्लैंड में कभी डबल्स वर्ग में मेडल नहीं मिला है। पिछली बार 2015 में सायना नेहवाल ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंची थीं, जहां वह उपविजेता रही थीं और आखिरी बार 2001 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाली भारतीय पुलेला गोपीचंद थे। अब रविवार को लक्ष्य सेन के पास यह मौका होगा कि अपने गुरु और स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण की सफलता दोहराने का मौका है।

लक्ष्य पर टिकी सारी उम्मीदें

विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने शनिवार को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के गत विजेता मलेशिया के ली जी जिया को हराकर पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। इस 20 साल के खिलाड़ी ने सेमीफाइनल के करीबी मुकाबले में जिया को 21-13 12-21 21-19 से हराकर फाइनल में जगह पक्की की। वह इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले देश के तीसरे पुरूष एकल खिलाड़ी है। लक्ष्य पिछले छह महीने से शानदार लय में चल रहे है। उन्होंने इस साल जनवरी में इंडिया ओपन के रूप में अपना पहला सुपर 500 टूर्नामेंट जीता था और फिर पिछले सप्ताह जर्मन ओपन के उपविजेता रहे थे।

सियासी मियार की रिपोर्ट