गोदाम में ही सड़ गई गरीबों के हिस्से की 500 बोरी चीनी…

जमशेदपुर/रांची, 01 अप्रैल । दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य योजना का उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर शहरी और ग्रामीण गरीबी को कम करना है। मगर झारखंड में जिम्मेवार गरीबों को सुविधा मुहैया कराने के बजाए उनके हक का राशन गोदाम में ही सड़ा दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पूर्वी सिंहभूम जिले का है, जहां जिम्मेवारों ने गरीबों के हिस्से की 500 बोरी चीनी गोदाम में ही सड़ा दिया। यह चीनी जिले के अंत्योदय कार्डधारी गरीब परिवार के बीच बटना था. मगर अफसरों ने चीनी बाटने के बजाए उसे सड़ा दिया। इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेवार है? इस सवाल का जवाब भी जिले के आला अफसरों के पास नहीं है। जमशेदपुर के करनडीह प्रखंड कार्यालय परिसर में खाद्य आपूर्ति गोदाम में चीनी के बोरे कई माह से रखे हुए है. जो गोदाम में ही रखे-रखे सड़ गए, अब चीनी खाने लायक भी नहीं है। खाद्य आपूर्ति गोदाम में खराब चीनी के बारे में प्रखंड पदाधिकारी को सूचना तक नहीं है। पूछे जाने पर प्रखंड विाकस पदाधिकारी ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग हमारे अधरी नहीं आता है। वहीं गोदाम कर्मी बुडान सरदार ने बताया कि उनके कार्यभार संभालने के पहले से चीनी गोदाम में रखा हुआ था। जब प्रभार लिया, उसी समय चीनी सड़ हुआ था। इस संबंध में एजीएम को लिखित शिकायत भी की थी। एजीएम ने अपने ऊपर के पदाधिकारियों से पत्रचार कर अपनी जिम्मेवारी पूरी कर ली। अब आलय यह है कि सड़े हुए चीनी की वजह से गोदाम में रखे असरे अनाजों से भी सडने की बदबू आनी शुरू हो गई है।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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