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चाइनीज एप ‘दाना क्रेडिट’ से लाेन लेने वालों से उगाही के मामले में तीन और आरोपित हरिद्वार से गिरफ्तार..

चाइनीज एप ‘दाना क्रेडिट’ से लाेन लेने वालों से उगाही के मामले में तीन और आरोपित हरिद्वार से गिरफ्तार..

नई दिल्ली, 04 अप्रैल । चाइनीज एप दाना क्रेडिट से लोन लेने वालों से उगाही करने के मामले में साइबर सेल ने तीन और आरोपित को हरिद्वार व दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। हरिद्वार से हरप्रीत सिंह, पंकज व कापसहेड़ा, दिल्ली से जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया। इनसे पहले साइबर सेल दिल्ली, जोधपुर, गुरूग्राम व फरीदाबाद में छापेमारी कर आठ आरोपित रोहित कुमार, विविध कुमार, पुनीत, मनीष, दिव्या, कृष्ण, सुमित व कार्तिक पांचाल को गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार आरोपितों की संख्या अब 11 पहुंच गई है। हरप्रीत व पंकज दाेनों उत्तम नगर के रहने वाले हैं। दोनों इस गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। इन्हें दो चीनी नागरिक अकीरा और एमी सीधे तौर पर निर्देश देते थे। दोनों चीनी नागरिक से बात करने के इनके काल डिटेल व चैट के मैसेज भी मिले हैं।

जितेंद्र इस गिरोह को अपराध करने के लिए फर्जी तरीके से सिमकार्ड मुहैया कराता था। इनसे पूछताछ के आधार पर अन्य को दबोचने के लिए कई राज्यों में छापेमारी जारी है। दाना क्रेडिट के चाइनीज एप होने के कारण इसपर आरबीआइ का कोई नियम लागू नहीं होता है। ऐसे में बेहद आसान शर्तों पर छोटे छोटे लोन देने के बहाने आरोपित, देशभर के लोगों को झांसे में लेते थे। जैसे ही लोग मोबाइल के जरिए गूगल के प्ले स्टोर पर मौजूद दाना एप पर लोन के लिए आवेदन करते थे। उनके मोबाइल का सारा डाटा चीन के सर्वर से जुड़ जाता था। जिससे लोन लेने वालों के मोबाइल की गैलरी में मौजूद तस्वीरों से लेकर संपर्क नंबर आरोपितों के कब्जे में आ जाते थे। उसके बाद अगर कोई व्यक्ति लोन का भुगतान निर्धारित समय पर कर भी देता था अथवा नहीं करता था। दोनों ही शर्तों पर वे भाेले भाले लोगों की पहचान कर उन्हें फोन कर उगाही करने की कोशिश करते थे। लोन लेने वाली महिला सदस्यों को वे खास तौर पर निशाना बनाते थे। ताकि आसान तरीके से उन्हें झांसे में ले सके।

साइबर सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक चूंकि महिलाओं के मोबाइल का सारा डाटा हैक कर आरोपित उनकी कुछ तस्वीरों को एडिट कर अश्लील तस्वीरें बना उन्हें वाटस एप व अन्य इंटर मीडिया पर मौजूद उनके अकाउंट पर तो भेजते ही थे साथ ही उनके दोस्तों व रिश्तेदारों के नंबर प्राप्त कर उन्हें भी भेजकर उन्हें जल्द पैसा दिलवाने की बात कहते थे व धमकी देते थे। डिमांड के अनुसार पैसे नहीं देने पर वे इंटरनेट मीडिया पर महिलाओं की तस्वीरों को वायरल कर देने की धमकी देते थे। वाटस एप काल कर गंदी गंदी गालियां देते थे और महिलाओं के चरित्र पर भी गलत आरोप लगाते थे। जिससे तंग आकर महिलाएं लोकलाज के डर से आरोपितों द्वारा मांगे गए पैसे उनके द्वारा बताए गए बैंक खातों में भेज देते थे।

साइबर सेल को जानकारी मिली है कि यह गिरोह कई सालों से देश में सक्रिय था। कुछ समय से यह गिरोह दाना क्रेडिट पर लोन के लिए आवेदन करने वालों को शिकार बना रहे थे। हो सकता है कि यह गिरोह पहले इस तरह के कुछ और एप के जरिए लोगों को लोन देने के बनाने शिकार बनाया हो। हो सकता है एक एप से बड़ी संख्या में लोगों को शिकार बनाने के बाद पकड़े जाने के डर से उसे बंद कर अब दाना क्रेडिट नाम से एप के जरिए लोगों को शिकार बना रहे हों।

मालवीय नगर की रहने वाली एक युवती ने 14 फरवरी को चाइनीज दाना क्रेडिट एप पर आवेदन कर 6096 रुपये लोन लिया था। लोन चुकाने की अवधि 20 फरवरी थी। उक्त तिथि को उन्होंने लोन की राशि लौटा दी थी। फिर भी 21 फरवरी को एक व्यक्ति द्वारा उनके आधार कार्ड की तस्वीर उन्हें भेजी गई जो संपादित कर अश्लील बना दिया गया था। वाटस एप मैसेज भेजकर उन्हें कहा गया कि वह कालगर्ल है। वाटस एप पर कई आपत्तिजनक मैसेज भेजे गए पैसों की मांग की गई। युवती की अश्लील तस्वीरें उनके कई रिश्तेदारों व दोस्ताें को भेज दी गई और पैसे नहीं देने पर तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर देने की धमकी दी गई। गालियां भी दी गई।

लगातार ब्लैकमेल करने पर युवती मालवीय नगर थाना, साकेत स्थित साइबर थाना व दक्षिण जिला के महिला सेल में शिकायत की किंतु उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। उक्त जगहों पर पुलिसकर्मियों ने युवती के साथ दुर्व्यवहार भी किया। आजीज आकर दो मार्च को पीड़िता ने पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को ईमेल भेजकर आपबीती बताई। उसके बाद स्पेशल सेल की साइबर सेल में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जांच से चीनी मास्टर माइंड के भारतीय माडयूल के इस गिरोह का पता चला।

सियासी मियार की रिपोर्ट