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आईसीएआर-एनआईएचएसएडी ने एच9एन2 वायरस के टीके की प्रौद्योगिकी चार कंपनियों को हस्तांतरित की..

आईसीएआर-एनआईएचएसएडी ने एच9एन2 वायरस के टीके की प्रौद्योगिकी चार कंपनियों को हस्तांतरित की..

नई दिल्ली, । सरकारी शोध निकाय आईसीएआर-एनआईएचएसएडी ने मुर्गियों में एच9एन2 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए पहली स्वदेशी वैक्सीन प्रौद्योगिकी को चार निजी कंपनियों को हस्तांतरित किया। कृषि मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी दी गई।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस वैक्सीन तकनीक को सिकंदराबाद स्थित ग्लोबियन इंडिया, पुणे स्थित वेंकटेश्वर हैचरी, गुरुग्राम स्थित इंडोवैक्स प्राइवेट लिमिटेड और अहमदाबाद स्थित हेस्टर बायोसाइंसेज को स्थानांतरित किया गया है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) में उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) बी.एन. त्रिपाठी ने कहा, “यह टीका भारत और विदेश में बाजार के मानकों पर खरा उतरेगा। वैक्सीन बीमारी से होने वाले आर्थिक नुकसान को कम करके पोल्ट्री किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।”

भोपाल स्थित आईसीएआर-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) ने “मुर्गियों के लिए निष्क्रिय कम रोगजनक एवियन इन्फ्लुएंजा (एच9एन2) टीका” विकसित किया है।

यहां राष्ट्रीय राजधानी में एग्रीनोवेट इंडिया (एजीआईएन) द्वारा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सुविधा प्रदान की गई थी।

सियासी मियार की रिपोर्ट