अधिवक्ताओं के काम नहीं करने से वादकारी परेशान…

गाजियाबाद, । बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के शुक्रवार को अदालत से कार्य से विरत रहने के कारण अदालती कार्य से आए लोगों को परेशान होना पड़ा। कचहरी में अधिवक्ताओं के पास आने पर उन्हें इस बारे में पता लगा, तो उन्हें तारीख लेकर वापस लौटना पड़ा।
बार एसोसिएशन के सालाना चुनाव को लेकर शुक्रवार को सभागार में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। बैठक की वजह से बार एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया था। प्रस्ताव में शुक्रवार को कचहरी के सभी अधिवक्ता अदालतों में कार्य से विरत रहने का फैसला लिया था। जिसकी वजह से शुक्रवार को वकीलों ने किसी अदालतों में कार्य नहीं किया। इस संबंध में कुछ वादकारियों को वकीलों द्वारा फोन से सूचना दे दी गई थी। लेकिन अधिकांश लोग मुकदमे की वजह से कड़ाके की ठंड में कोर्ट-कचहरी आए थे। उन्हें कड़ाके की ठंड में तारीख लेकर वापस लौटना पड़ा। अदालतों में मुकदमे संबंधी गवाही अथवा अन्य कार्य नहीं होने से लौटकर जाना पड़ा। खोड़ा थाना क्षेत्र में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के मामले में शुक्रवार को अंतिम बहस होनी थी। बचाव पक्ष को बहस पूर्ण करने का आखिरी मौका दिया गया था, लेकिन अधिवक्ताओं की हड़ताल की वजह से सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने 21 जनवरी की अगली तारीख नियत कर दी। इसी तरह लोनी क्षेत्र से इकरामुद्दीन दहेज उत्पीड़न व मारपीट के सिलसिले में कचहरी आए थे। उन्हें तारीख लेकर वापस लौटना पड़ा। इसी तरह डासना से मोहम्मद साजिद एवं मुरादनगर क्षेत्र से ब्रह्मपाल जमीन के एक मुकदमे में अदालत में कार्य से आए थे। कड़ाके की सर्दी में अदालत में काम नहीं होने के कारण उन्हें अपने अधिवक्ता के यहां से वापस लौटना पड़ा। इसी तरह लोनी थाना क्षेत्र से कमल तलाक के एक मुकदमे में अपने दोस्त के साथ कचहरी आया था। कचहरी आने पर उसे अधिवक्ताओं के कार्य नहीं करने के बारे में पता लगा, फिर वह तारीख लेकर वापस लौट गया। इसी तरह सैकड़ों लोगों को मुकदमे में पैरवी नहीं होने से तारीख लेकर लौटना पड़ा।
सियासी मीयर की रिपोर्ट
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