मोहताज हम रह जायेंगे..

तोड़ दोगे घर जो मेरा,
हम कहां रह पायेंगे,
छोड़ दोगे साथ मेरा,
मोहताज हम रह जायेंगे।
बिन तेरे अब ये सनम,
हम गीत कैसे गायेंगे,
साथ चलने का बहाना,
हम कहां कर पायेंगे,
बिन तेरे अब ये सनम,
ये घोंसले भी प्या र के,
ताकते रह जायेंगे,
छोड़ दोगे साथ मेरा,
मोहताज हम रह जायेंगे।
मुस्कामराते फूल हमकों,
देख अब मुरझायेंगे,
चहचहाते पक्षियों के,
रूप ना मिल पायेंगे,
जो छोड़ दोगे साथ मेरा,
मोहताज हम रह जायेंगे।
मजनुओं के खेत बंजर,
देख सब घबरायेंगे,
देख लैला की कहानी,
पास भी ना आयेंगे,
पतझडों से फूल,
अब नहीं खिल पायेंगें,
पेड़ पत्तों के बिना,
फिर अकेले रह जायेंगें,
तोड़ दोगे घर जा मेरा,
हम कहां रह पायेंगे,
छोड़ दोगे साथ मेरा,
मोहताज हम रह जायेंगें।।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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