नकली शराब पर पूरी तरह कस चुके नकेल: आबकारी मंत्री..

-विभाग द्वारा माह सितम्बर में 3175.38 करोड़ रुपए की हुई राजस्व प्राप्ति
-विशेष अवसरों और त्योहारों पर चलाये गए विशेष प्रवर्तन अभियान
लखनऊ, । आबकारी विभाग राज्य के राजकोष में सतत योगदान दे रहा है, जिसका उपयोग राज्य के सतत विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं में होता है। आबकारी विभाग राजस्व संवर्द्धन के साथ-साथ एथेनॉल एवं औद्योगिक विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
ये बातें बुधवार को प्रदेश के आबकारी एवं मद्य निषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए आबकारी विभाग का राजस्व लक्ष्य 58 हजार करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है। वर्ष 2023-24 में माह सितम्बर, 2023 में 3175.38 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया। जबकि इसी अवधि में गत वर्ष 2022-23 में 2536.38 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त हुआ था जोकि बीते साल के सापेक्ष 25.19 प्रतिशत अधिक है।
मंत्री ने बताया कि वर्ष 2023-24 में माह अप्रैल, 2023 से सितम्बर, 2023 तक प्रदेश में गत् वर्ष 2022-23 में प्राप्त 18509.46 करोड़ रुपए के सापेक्ष 20148.56 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया, बीते साल से 8.86 प्रतिशत अधिक है। आबकारी मंत्री ने बताया कि आबकारी विभाग नकली शराब के उत्पादन पर पूरी तरह से नकेल कस चुका है और पिछले वित्तीय वर्ष में अवैध शराब के सेवन से अप्रिय घटना नहीं हुई है।
आबकारी, पुलिस और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से विशेष अवसरों और त्योहारों के अवसर पर विशेष प्रवर्तन अभियान चलाये जाते है। जिसके अंतर्गत अवैध शराब के निर्माण बिक्री एवं तस्करी के विरूद्ध माह सितम्बर, 2023 में कुल 72528 छापे मारे गये। जिसमें 8361 अभियोग दर्ज करते हुए 2.27 लाख ली0 अवैध मदिरा बरामद की गई। आबकारी मंत्री ने बताया कि माह सितम्बर, 2023 तक प्रदेश में लगभग 94.82 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन हुआ है। 2022-23 में माह सितम्बर, 2022 तक 70.27 करोड़ ली. एथेनाल का उत्पादन हुआ था।
सियासी मीयार की रिपोर्ट
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