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ये 19 साल आपके बिना संभव नहीं होते, नम आंखों से छेत्री ने कहा…

ये 19 साल आपके बिना संभव नहीं होते, नम आंखों से छेत्री ने कहा…

कोलकाता, 07 जून। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपने शानदार 19 साल के सफर का हिस्सा बनने के लिए सभी को धन्यवाद देते हुए सुनील छेत्री की आंखों में आंसू थे। छेत्री के साथियों ने भारतीय फुटबॉल के इस दिग्गज को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और खचाखच भरे सॉल्ट लेक स्टेडियम में लोगों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।

इस 39 वर्षीय स्टार ने गुरुवार को यहां 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर मैच में भारत और कुवैत के बीच गोल रहित ड्रॉ के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया।

भावुक छेत्री ने मैच के बाद कहा, ‘‘जिन लोगों ने वीडियो में देखा है, जिन्होंने ऑटोग्राफ लिए हैं, जो पुराने समर्थक हैं, आप सभी का शुक्रिया। ये 19 साल आप सभी के बिना संभव नहीं होते और मैं वास्तव में यही कहना चाहता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यहां मौजूद सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे लगता है कि मैं अपने दिल से बोलूंगा।’’

छेत्री ने बंगाली में बोलते हुए कहा, ‘‘शोबाई भालो थकबेन, शोबाई खुशी थकबेन (सभी कृपया अपना ख्याल रखें, कृपया खुश रहें), और धन्यवाद, बहुत-बहुत धन्यवाद।’’

मैच के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उन्हें सम्मानित भी किया।

छेत्री ने हाथ जोड़कर दर्शकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने देश के लिए सबसे अधिक मैच (151) खेलने और सबसे अधिक गोल (94) करने वाले खिलाड़ी के रूप में संन्यास लिया।

छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में चौथे सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी हैं। इस फॉरवर्ड ने पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की थी। अपनी कई उपलब्धियों में से छेत्री ने 2007, 2009 और 2012 में नेहरू कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने भारत को 2011, 2015, 2021 और 2023 सैफ चैंपियनशिप जीतने में भी मदद की।

छेत्री ने फाइनल में हैट्रिक के साथ 2008 एएफसी चैलेंज कप में भारत को जीत दिलाई जिससे भारत 27 वर्षों में अपने पहले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहा।

ये 19 साल आपके बिना संभव नहीं होते, नम आंखों से छेत्री ने कहा

कोलकाता, 07 जून (वेब वार्ता)। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपने शानदार 19 साल के सफर का हिस्सा बनने के लिए सभी को धन्यवाद देते हुए सुनील छेत्री की आंखों में आंसू थे। छेत्री के साथियों ने भारतीय फुटबॉल के इस दिग्गज को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और खचाखच भरे सॉल्ट लेक स्टेडियम में लोगों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।

इस 39 वर्षीय स्टार ने गुरुवार को यहां 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर मैच में भारत और कुवैत के बीच गोल रहित ड्रॉ के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया।

भावुक छेत्री ने मैच के बाद कहा, ‘‘जिन लोगों ने वीडियो में देखा है, जिन्होंने ऑटोग्राफ लिए हैं, जो पुराने समर्थक हैं, आप सभी का शुक्रिया। ये 19 साल आप सभी के बिना संभव नहीं होते और मैं वास्तव में यही कहना चाहता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यहां मौजूद सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे लगता है कि मैं अपने दिल से बोलूंगा।’’

छेत्री ने बंगाली में बोलते हुए कहा, ‘‘शोबाई भालो थकबेन, शोबाई खुशी थकबेन (सभी कृपया अपना ख्याल रखें, कृपया खुश रहें), और धन्यवाद, बहुत-बहुत धन्यवाद।’’

मैच के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उन्हें सम्मानित भी किया।

छेत्री ने हाथ जोड़कर दर्शकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने देश के लिए सबसे अधिक मैच (151) खेलने और सबसे अधिक गोल (94) करने वाले खिलाड़ी के रूप में संन्यास लिया।

छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में चौथे सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी हैं। इस फॉरवर्ड ने पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की थी। अपनी कई उपलब्धियों में से छेत्री ने 2007, 2009 और 2012 में नेहरू कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने भारत को 2011, 2015, 2021 और 2023 सैफ चैंपियनशिप जीतने में भी मदद की।

छेत्री ने फाइनल में हैट्रिक के साथ 2008 एएफसी चैलेंज कप में भारत को जीत दिलाई जिससे भारत 27 वर्षों में अपने पहले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहा।

सियासी मियार की रीपोर्ट