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डिलीवरी के बाद इस एक गलती से बच्‍चे को होता है बड़ा नुकसान, मां और बेबी के बीच कभी नहीं बन पाता अच्‍छा बॉन्‍ड..

डिलीवरी के बाद इस एक गलती से बच्‍चे को होता है बड़ा नुकसान, मां और बेबी के बीच कभी नहीं बन पाता अच्‍छा बॉन्‍ड..

नई मां जानती है कि ब्रेस्‍टफीडिंग से मां और बच्‍चे दोनों को कितने फायदे होते हैं। इससे बेबी में डायबिटीज, गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल इशू के अलावा अस्‍थमा का रिस्‍क भी बहुत कम हो जाता है। लेकिन एक चीज है, जो ब्रेस्‍टफीडिंग के वक्‍त आपके और बेबी के द्वारा बनाए जा रहे संबंधों को खराब कर रही है, वो है ब्रेक्‍सटिंग।

बहुत कम महिलाएं इस शब्‍द से परीचित हैं। लेकिन यह शब्‍द महिलाओं के बच्‍चे को दूध पिलाने के तरीके पर सवाल खड़े कर रहा है। गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. शैफाली दधीच तुंगारिया ने इंस्‍टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए ब्रेक्‍सटिंग के बारे में बताया है। उनके अनुसार, महिलाएं न्‍यूबॉर्न को स्‍तनपान कराते समय फोन पर बात करने और टेक्‍स्‍ट करने में व्‍यस्‍त रहती हैं। जिससे उनका ध्‍यान बच्‍चे की तरफ नहीं जाता और बच्‍चे को इससे नुकसान होता है। आइए जानते हैं कैसे डिलीवरी के बाद खतरनाक होती है ब्रेक्‍सटिंग, इससे बच्‍चे पर क्‍या पड़ता है असर।

क्‍या होता है ब्रेक्‍सटिंग?
बच्‍चे को दूध पिलाते समय मां का फोन पर व्‍यस्‍त होना ही ब्रेक्‍सटिंग कहलाता है। डॉक्‍टर के अनुसार, इस दौरान महिलाएं चैटिंग और मैसेजिंग पर इतना बिजी हो जाती हैं, कि उन्‍हें बच्‍चे की प्रॉपर लैचिंग भी समझ नहीं आती, प्रॉपर फीड नहीं करातीं और उनका बच्‍चे के साथ स्किन और आई कॉन्‍टेक्‍ट भी नहीं हो पाता। भूल जाती हैं कि बच्‍चे को कितनी देर पहले दूध पिलाया था, वो भूख हुआ या नहीं। इसलिए बच्‍चे को दूध पिलाते समय किसी और चीज पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

बॉन्डिंग होती है खराब
कई स्‍टडीज के अनुसार, दूध पिलाने वाली मां को बच्‍चे के साथ आई कॉन्‍टेक्‍ट बनाए रखना चाहिए। दरअसल, जब आपका ध्यान विचलित होता है, तो इससे मां और बच्‍चे की बॉन्डिंग खराब होती है। एक्‍सपर्ट मानते हैं कि बच्चे को दूध पिलाते समय अन्य गतिविधियों में शामिल होने से आपका ध्‍यान बच्‍चे से भटक जाता है। आपको यह एहसास होना चाहिए कि यह बच्‍चे के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताने का अच्‍छा मौका है।

संकेतों को कर देते हैं अनदेखा
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि स्तनपान के कुछ महीने बच्चे के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए अगर आप अपने फोन पर व्यस्त हैं, तो कई बार बच्‍चे द्वारा दिए गए संकेतों को अनदेखा कर सकते हैं। इस दौरान बच्‍चा आपसे संवाद करने का प्रयास करता है, लेकिन अगर आप गैजेट में व्‍यस्‍त रहेंगी, तो बच्‍चे के साथ आपकी इमोशनल बॉन्डिंग कम हो जाएगी।

न्‍यूरॉन्‍स होते हैं डैमेज
ब्रेक्‍सटिंग के दौरान ध्‍यान न देने पर बच्‍चों का सिर लटक जाता है। इसके अलावा जब मोबाइल को बच्‍चे के सिर के पास रखा जाता है, तो इससे निकलने वाली रेडिएशन बच्‍चे को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे ब्रेन के न्‍यूरॉन्‍स भी डैमेज हो सकते हैं।

दूध पिलाते वक्‍त नवजात से संबंध कैसे स्‍थापित करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, चाहे आप स्तनपान करा रही हों या बोतल से दूध पिला रही हों, अपने बच्चे की आंखों में देखें। यदि वे नवजात हैं, तो उनके चेहरे से 8 से 10 इंच के भीतर रहें। शुरुआत में वे लगभग इतनी ही दूर तक देख सकते हैं। इसके अलावा उनसे धीरे से बात करने, गाने या सहलाने की कोशिश करें। इससे बच्‍चा आपकी आवाज से परीचित हो सकेगा। ब्रेस्‍टफीडिंग मां और शिशु के बीच जुड़ाव का सबसे अच्‍छा मौका है। इसलिए ब्रेस्‍टफीडिंग के दौरान फोन से दूर रहकर बच्‍चे के साथ अपने रिश्‍ते को बेहतर बनाना चाहिए।

सियासी मियार की रीपोर्ट