सनफार्मा ने भारत में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दवा पेश करने के लिए टकेडा से किया समझौता..

नई दिल्ली, 21 जून फार्मास्युटिकल कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ने भारत में एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दवा के व्यावसायीकरण के लिए टकेडा फार्मास्युटिकल कंपनी के साथ लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस दवा का उपयोग पाचन संबंधी विकारों के उपचार में किया जाता है।
मुंबई की कंपनी ने शुक्रवार को बयान में कहा कि उसने भारत में 10 और 20 मिलीग्राम की मात्रा में वोनोप्राज़न टैबलेट के व्यावसायीकरण के लिए टेकेडा के साथ एक गैर-अनन्य पेटेंट लाइसेंसिंग समझौता किया है।
वोनोप्राजन एक नया, सक्रिय पोटेशियम प्रतिस्पर्धी एसिड अवरोधक (पीसीएबी) है, जिसका उपयोग रिफ्लक्स एसोफैगिटिस और अन्य अम्ल पाचन संबंधी विकारों के इलाज के लिए किया जाता है।
सनफार्मा के भारतीय कारोबार के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कीर्ति गनोरकर ने कहा, “सन फार्मा गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में अग्रणी है और हम टकेडा से गैर-अनन्य पेटेंट लाइसेंस के तहत भारत में वोनोप्राजन को पेश करने के लिए उत्साहित हैं।”
उन्होंने कहा कि यह साझेदारी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसके तहत यह रोगियों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को रिफ्लक्स एसोफैगिटिस और अन्य पाचन संबंधी विकारों के लिए एक नया उपचार विकल्प देती है।
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) भारत में आम है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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