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प्रेग्नेंसी में कमजोर होती हड्डियों में जान भरने के लिए अपनाएं 6 टिप्स, कम हो जाएगा ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा..

प्रेग्नेंसी में कमजोर होती हड्डियों में जान भरने के लिए अपनाएं 6 टिप्स, कम हो जाएगा ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा..

प्रेग्नेंसी के दौरान शिशु को पोषण देने के लिए मां के शरीर में कई बदलाव होते हैं। हालांकि, इस दौरान मां और बच्चे दोनों की ही सेहत का खास ख्याल रखा जाता है, लेकिन फिर भी कई बार प्रेग्नेंसी के कारण ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है। इसके कारण न केवल गर्भावस्था के समय, बल्कि इसके बाद भी महिला को हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के समय हड्डियों की सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानें कैसे रखें हड्डियों का ध्यान।

फिजिकलकी एक्टिविटी पर ध्यान दें
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्टिव रहना मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है और ये बिल्कुल सेफ भी है। इसलिए इस समय अपने डॉक्टर से सलाह लेकर एक्सरसाइज, योग आदि करते रहें। इससे प्रेग्नेंसी की वजह से होने वाली थकान कम होगी और मांसपेशियों और हड्डियों को भी मजबूती मिलेगी।

विटामिन-डी और कैल्शियम की कमी से बचें
हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम और विटामिन-डी, दोनों ही बेहद जरूरी होते हैं। इसलिए अपनी डाइट में कैल्शियम और विटामिन-डी को भरपूर मात्रा में शामिल करें। अगर ये ज्यादा कम हैं, तो आपके डॉक्टर इसके लिए सप्लीमेंट्स भी दे सकते हैं। हालांकि, खुद से इस दौरान कोई भी दवा या सप्लीमेंट न खाएं।

संतुलित आहार खाएं
प्रेग्नेंसी के दौरान पोषण का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। इसलिए इस दौरान संतुलित आहार, यानी कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर, हेल्दी फैट्स, विटामिन और मिनरल से भरपूर फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें। इससे मां और बच्चे, दोनों की ही सेहत अच्छी रहेगी।

स्मोकिंग न करें
स्मोकिंग किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होती, लेकिन प्रेग्नेंट महिला के लिए ये और भी घातक हो सकती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान स्मोकिंग न करें और सेकंड हैंड स्मोक से भी बिल्कुल दूर रहें। स्मोकिंग के कारण हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।

वजन मेंटेन करें
प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ना काफी सामान्य बात है, लेकिन ज्यादा वजन बढ़ना खतरनाक हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी वेट मेंटेन करें और अपने डॉक्टर से बात करें कि गर्भावस्था के किस स्टेज पर कितना वजन बढ़ना चाहिए।

नियमित चेकअप
डॉक्टर से मिलकर नियमित चेकअप कराएं। सही पोश्चर, वजन, एक्सरसाइज और डाइट के बारे में भी समय-समय पर सही जानकारी लेते रहें और अगर कोई परेशानी हो रही हो, तो इस बारे में भी बात करें।

सियासी मियार की रीपोर्ट