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फर्जी दवाओं और नकली कॉस्मेटिक्स रैकेट का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

फर्जी दवाओं और नकली कॉस्मेटिक्स रैकेट का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

नई दिल्ली, 22 दिसंबर । दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने नकली दवाओं और फर्जी कॉस्मेटिक उत्पादों के अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई की है। सेल ने एक ऐसे मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है, जो स्प्यूरियस दवाओं व नकली ब्यूटी प्रोडक्ट्स की पैकेजिंग तैयार कर सप्लाई करता था।

दरअसल, यह मामला एफआईआर नंबर 360/25 के तहत दर्ज किया गया है और क्राइम ब्रांच थाना मामले की जांच कर रही है। इस केस में इससे पहले तीन आरोपियों को स्प्यूरियस दवाओं के निर्माण और सप्लाई की साजिश में गिरफ्तार किया गया था। जांच आगे बढ़ने पर पुलिस को एक ऐसे प्रिंटिंग मॉड्यूल का सुराग मिला, जो नकली दवाओं और कॉस्मेटिक उत्पादों के लिए रैपर और पैकेजिंग सामग्री सप्लाई करता था।

इसी कड़ी में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो नकली दवा ‘क्लॉप-जी’ और कॉस्मेटिक क्रीम ‘स्कीन साइन’ की पैकेजिंग बॉक्स सप्लाई करने में शामिल थे। पुलिस टीम ने राम रोड, दिल्ली स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारा, जहां से ‘स्कीन साइन’ के रैपर तैयार करने वाली दो डाई फ्रेम बरामद की गईं। इस कार्रवाई के साथ ही एक सक्रिय प्रिंटिंग यूनिट का भंडाफोड़ हो गया, जो बड़े पैमाने पर स्प्यूरियस दवाओं की पैकेजिंग सप्लाई करता था।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अनिल सिंह रावत (46) और राहुल अग्रवाल (31) के रूप में हुई। दोनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं। अनिल सिंह रावत राम रोड स्थित प्रिंटिंग प्रेस का संचालन करता है, जहां से स्प्यूरियस दवाओं के रैपिंग बॉक्स सप्लाई किए जाते थे। मौके से ‘स्कीन साइन’ रैपर बॉक्स तैयार करने वाली दो डाई फ्रेम्स बरामद किए गए। इस मामले में गिरफ्तार दूसरे आरोपी राहुल अग्रवाल ने खाटू श्याम प्रिंटर्स, राम रोड से नकली दवाओं के रैपिंग बॉक्स की सप्लाई के ऑर्डर बुक किए थे।

पुलिस अब इस सिंडिकेट के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की पहचान में जुटी है, जिसमें नकली दवाओं के निर्माण में इस्तेमाल कच्चे माल के स्रोत, पैकेजिंग आपूर्ति श्रृंखला और वितरण नेटवर्क का खुलासा शामिल है। यह कार्रवाई इंस्पेक्टर मनजीत कुमार के नेतृत्व में एएसआई कंवरपाल, हेड कॉन्स्टेबल विपिन, सोहनपाल, राजेश, अनुज और कांस्टेबल सचिन की टीम ने की। पूरी कार्रवाई एसीपी अनिल शर्मा की निगरानी में और डीसीपी आदित्य गौतम के दिशानिर्देशों में संपन्न हुई।