Saturday , September 21 2024

शिवरात्रि के अवसर पर आस्था के समंदर में डूबा उत्तर प्रदेश…

शिवरात्रि के अवसर पर आस्था के समंदर में डूबा उत्तर प्रदेश…

लखनऊ, 01 मार्च। आदि देव शिव और शक्ति की देवी गौरी के विवाह के प्रतीक पर्व महाशिवरात्रि के मौके पर उत्तर प्रदेश में चहुंओर आस्था का समंदर हिलोंरे मारता दिखा। शिव की नगरी काशी और संगम नगरी प्रयागराज समेत राज्य के अधिसंख्य इलाकों में कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच तड़के से ही शिवालयों में जलाभिषेक और दर्शन पूजन करने के लिये श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में एक बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। ‘हर हर बम बम’ के गगनभेदी उदघोष के साथ श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान कर अपने आराध्य के दर्शन के लिये कतारबद्ध होने लगे थे। दूर दराज के क्षेत्रों से पवित्र नदियों और सरोवरों का जल लेकर आये कांवड़ियों के समूह उत्साह और बेसब्री के जलाभिषेक के लिये अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। लखनऊ में बुद्धेश्वर,मनकामेश्वर,हनुमान सेतु स्थित शिवालयों में भोर से शिवभक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था। कतार में लगे श्रद्धालु अपनी बारी के इंतजार के साथ हर हर महादेव का उदघोष कर रहे थे। मंदिरों में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये हैं। कानपुर में परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर के कपाट भोर तीन बजे से ही दर्शन के लिये खोल दिये गये थे। रात 12 बजे से ही यहां शिवभक्तों की लंबी कतारें लग गयी थी। इसके अलावा वनखंडेश्वर,सिद्धेश्वर, नागेश्वर समेत छोटे बड़ें शिवालयों में तिल रखने की जगह नहीं थी। जौनपुर में प्रमुख शिव मंदिरों त्रिलोचल महादेव जलालपुर, दियावांनाथ, गौरीशंकर धाम सुजानगंज, साईनाथ, करशूल नाथ, पाताल नाथ, गोमतेश्वर नाथ केराकत, पांचों शिवाला, सर्वेश्वरनाथ, सहित अन्य शिवालयों पर सवेरे से ही श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते देखे गये। हर हर महादेव के जयघोष करते हुए अपनी बारी आने का इन्तजार करते रहे और जलाभिषेक किया। ऐतिहासिक शिव मंदिर त्रिलोचन महादेव में आज गुरुवार को सुबह से से भगवान शिव की पूजा अर्चना कर जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर रहे हैं। मान्यता है कि राक्षस भष्मासुर को मारने के लिए अपना तीसरा नेत्र खोला था था, इसी से इनका नाम त्रिलोचन महादेव पड़ा है। धर्मापुर बाजार में हर वर्ष की भांति शिव मंदिर केशवपुर हनुमान मंदिर स्थित शिवालय मे सुबह से ही महिलाएं और बच्चों की भीड़ जलाभिषेक के लिए उमड़ी रही हैं।

सियासी मीयार की रिपोर्ट