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त्रिपुरा के भाजपा नेताओं के साथ शाह, नड्डा ने की बैठक..

त्रिपुरा के भाजपा नेताओं के साथ शाह, नड्डा ने की बैठक..

अगरतला, । त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा के नेतृत्व में प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं ने रविवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया। यह बैठक प्रदेश भाजपा में गुटबाजी को दूर करने और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने को लेकर बुलाई गयी थी।

इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य, उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक, राज्यसभा सांसद एवं त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और पार्टी के राज्य प्रभारी महेश शर्मा ने भाग लिया।

सूत्रों के मुताबिक भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने पार्टी में गुटबाजी और नेताओं की ओर से की जाने वाली पैरवी को लेकर गंभीर नाराजगी जताई है। गौरतलब है कि जून में श्री देब को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से पार्टी गुटबाजी के संकट का सामना कर रही है। श्री देब के उत्तराधिकारी श्री साहा को कैबिनेट के मंत्रियों, नौकरशाही और पार्टी नेताओं के एक वर्ग से असहयोग का सामना करना पड़ रहा है।

सूत्रों ने बताया कि माना जा रहा है कि श्री देब और श्री भौमिक पार्टी में एक समानांतर संगठन चला रहे हैं और श्री साहा के खिलाफ प्रशासन को प्रभावित कर रहे हैं। कई मौकों पर श्री देब और श्री भौमिक कार्यकर्ताओं को श्री साहा के खिलाफ भड़काते पाए गए और सार्वजनिक रूप से उनकी आलोचना की, जिससे भाजपा कमजोर हुई और राज्य में समर्थक भ्रमित हुए हैं।

पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, “श्री बिप्लब और श्री प्रतिमा ने त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन में मुख्यमंत्री के उम्मीदवारों को हराया था, और वे दोनों मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा करने से बचते पाए गए। श्री बिप्लब सोशल मीडिया में वर्तमान मुख्यमंत्री को कम आंक रहे हैं, और उनके खिलाफ विधायकों को लामबंद कर रहे हैं, जिसके बारे में केंद्रीय नेतृत्व को बार-बार सूचित किया गया है।” उन्होंने आरोप लगाया कि एक चौथाई पार्टी कार्यकर्ता इस बात को लेकर भ्रमित है कि श्री साहा के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ा जाएगा। साथ ही अगर भाजपा सत्ता में लौटी तो श्री साहा फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।

सियासी मियार की रिपोर्ट