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नोएडा आईपीएस विवाद : अजयपाल शर्मा को क्लीन चिट, वॉयस सैंपल मैच नहीं हुए, वैभव कृष्ण की रिपोर्ट खारिज..

नोएडा आईपीएस विवाद : अजयपाल शर्मा को क्लीन चिट, वॉयस सैंपल मैच नहीं हुए, वैभव कृष्ण की रिपोर्ट खारिज..

नोएडा, । गौतमबुद्ध नगर के तत्कालीन एसएसपी को क्लीन चिट मिल गई है। तत्कालीन कप्तान आईपीएस अजयपाल शर्मा पर गंभीर आरोप लगे थे। नोएडा के ही एसएसपी रहे आईपीएस वैभव कृष्ण ने अजयपाल शर्मा समेत कुछ पत्रकारों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले में उत्तर प्रदेश शासन ने जांच करवाई जांच के दौरान सबूत सही नहीं मिले। जिसके बाद उनको बरी कर दिया है। इसके अलावा उन पत्रकारों को भी क्लीन चिट दी गई है जिनका जिक्र साक्ष्य से जुड़ा है।

वर्ष 2019 से शुरू हुआ मामला
यह मामला वर्ष 2019 में शुरू हुआ था। ट्रांसफर-पोस्टिंग के आरोप में वैभव कृष्ण ने अजयपाल शर्मा समेत पत्रकारों के खिलाफ शिकायत दी थी। इसमें मुख्य पत्रकार चंदन राय शामिल रहे। पूरा मामला ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा हुआ था। आईपीएस वैभव कृष्ण और अजयपाल शर्मा के बीच विवाद शुरू हुआ। कुछ आपत्तिजनक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इस मामले में एक आईपीएस अधिकारी ने माना कि दूसरे आईपीएस ऑफिसर ने उनकी ऑडियो को वायरल किया है। उसके बाद जब जांच पड़ताल की तो अजय पाल शर्मा की 6 ऑडियो नोएडा पुलिस को मिली।

अजयपाल शर्मा के खिलाफ वैभव कृष्ण ने शासन को भेजी थी चिट्ठी
इस मामले में वैभव कृष्ण ने नवंबर 2019 को उत्तर प्रदेश शासन को अजयपाल शर्मा के खिलाफ शिकायत भेजी थी और जांच करवाने की मांग की थी। एसआईटी टीम ने जांच की और फिर 19 दिसंबर 2020 को आईपीएस व तत्कालीन नोएडा कप्तान अजयपाल शर्मा, पत्रकार चंदन राय, एडवरटाइजिंग एजेंसी के संचालक अतुल कुमार के खिलाफ मेरठ में भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज किया। यह मुकदमा इंस्पेक्टर विजय नारायण तिवारी ने करवाया थी।

ऑडियो क्लिप की जांच हुई लेकिन सही नहीं मिली
इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने जांच की। अजयपाल शर्मा की सभी ऑडियो क्लिप को जांच के लिए लखनऊ लैब में भेजा। बता जा रहा है कि ऑडियो की जांच काफी बार की गई, लेकिन वॉइस मैच नहीं मिली है। जिसके बाद जांच टीम ने माना कि जो ऑडियो वायरल हुई है, वह गलत है। अजयपाल शर्मा और पत्रकारों की कोई भी ऑडियो नहीं मिली है। जिसके बाद उनको विजिलेंस टीम की जांच के आधार और रिपोर्ट पर क्लीनचिट दे दी है। इसके अलावा पत्रकारों को भी बड़ी कर दिया गया है।

सियासी मियार की रिपोर्ट