फाइनल में हार के बाद नोवाक जोकोविच बोले- कुछ मलाल हैं, मेरे पास मौके थे…

विंबलडन, 17 जुलाई । बड़े मुकाबले में हार के बाद किसी को भी मलाल हो सकता है। रविवार रात विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के रोमांचक फाइनल में कार्लोस अल्कारेज के खिलाफ शिकस्त के बाद नोवाक जोकोविच को दो मलाल हैं। सर्बिया के 36 साल के जोकोविच दूसरे टेस्ट के टाईब्रेकर में 20 साल के अल्कारेज के खिलाफ शुरुआती दो सेट जीतने से सिर्फ एक अंक दूरे थे लेकिन उन्होंने यह मौका गंवाकर स्पेन के खिलाड़ी को सेट जीतकर मुकाबला 1-1 से बराबर करने का मौका दे दिया। जोकोविच इसके बाद पांचवें सेट में ब्रेक प्वाइंट पर वॉली लगाने से चूक गए जबकि उस समय सात बार का यह विंबलडन चैंपियन अच्छी लय में था।
जोकोविच ने 6-1, 6-7, 1-6, 6-3, 4-6 की हार के बाद कहा, ‘‘कुछ मलाल हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास मौके थे। मुझे लगता है कि मैं दूसरे सेट के टाईब्रेक का बेहतर अंत कर सकता था। लेकिन संघर्ष करने और शानदार रक्षात्मक कौशल दिखाने के लिए उसे (अल्कारेज) श्रेय जाता है। पांचवें सेट में
खराब शॉट खेलकर उसे मौका भी दिया।’’ दुनिया के इस पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ने कहा, ‘‘वह जीतने का हकदार था। इसमें कोई संदेह नहीं है।’’ जोकोविच ऑल इंग्लैंड क्लब पर आठ जीत के रोजर फेडरर के रिकॉर्ड की बरबारी करने से सिर्फ एक जीत दूर थे। साथ ही अगर जोकोविच यह खिताब जीत लेते तो 1968 में शुरू हुए ओपन युग में सेरेना विलियम्स के रिकॉर्ड 23 ग्रैंडस्लैम खिताब की बराबरी कर लेते।
सियासी मीयार की रिपोर्ट
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