कई नेता संघर्ष समाप्त करने में मदद के बजाय सत्ता में दिलचस्पी रखते हैं: संरा मानवीय मामलों के प्रमुख.

संयुक्त राष्ट्र, 06 जून। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ ने कहा कि कई संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में नेता अपने लोगों की जरूरतों को सुनने, उनके जीवन को बेहतर बनाने और लड़ाई को समाप्त करने के बजाय सत्ता और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में अधिक रुचि रखते हैं।
ग्रिफिथ ने बुधवार को ‘एपी’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि संघर्ष प्रभावित देशों में मानवता के लिए काम कर रहे कार्यकर्ता हर दिन इस विफलता के परिणाम देखते हैं, जब वे अक्सर भूखे, विस्थापित और हिंसा में फंसे हुए लाखों लोगों की मदद करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। उन्होंने कहा कि गाजा में यह स्पष्ट रूप से सामने आया है, जहां 200 से अधिक राहत कार्यकर्ता मारे गए हैं।
ग्रिफिथ ने कहा कि गाजा में आठ महीने पुराना इजराइल-हमास युद्ध दुनिया को संघर्ष समाप्त करने की कोशिश करने की कुछ प्रमुख देशों की इच्छा की याद दिलाता है।
ग्रिफिथ संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के अवर महासचिव और आपातकालीन राहत समन्वयक के रूप में तीन साल तक सेवा देने के बाद इस महीने पद छोड़ने वाले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘गाजा को लेकर राजनीतिक कूटनीति की कोई कमी नहीं है। यह बस पर्याप्त रूप से कारगर साबित नहीं हो रहा। लेकिन फलस्तीनी लोगों का समर्थन करने के लिए कई सरकारों द्वारा किए गए प्रयास हमें बताते हैं कि यह किया जा सकता है।’’
संयुक्त राष्ट्र ने सहायता वितरण में बाधा डालने के लिए इजराइली बलों की आलोचना की है और सभी सीमाओं को खोलने तथा सहायता कार्यकर्ताओं और काफिलों की सुरक्षा का आह्वान किया है।
वहीं, इजराइल ने गाजा में पर्याप्त सहायता न मिलने के लिए बार-बार संयुक्त राष्ट्र को दोषी ठहराया है।
ग्रिफिथ ने यह भी कहा, ‘‘हमास का दायित्व है कि वह सात अक्टूबर जैसी घटनाओं को फिर शुरू न करे, जिसके कारण भयावह फलस्तीनी त्रासदी की पुनरावृत्ति हुई है।’’
सियासी मियार की रीपोर्ट
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