ये हैं सीटेट के 5 बड़े फायदे, सीटेट पास कर गए तो होगी चांदी ही चांदी!..

सीटेट परीक्षा पास करने के बाद, शिक्षा के क्षेत्र में कई रास्ते खुल जाते हैं। आप प्राइमरी या सेकेंडरी स्कूल में अध्यापक बन सकते हैं, ट्यूशन पढ़ा सकते हैं, या फिर करिकुलम डेवलपर, एजुकेशन कंसल्टेंट सहित कई तरह के विकल्प चुन सकते हैं। सीटेट पास उम्मीदवार पढ़ाने, नया पाठ्यक्रम बनाने, मार्गदर्शन करने और ऑनलाइन शिक्षा को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये सभी भूमिकाएं आपको आगे बढ़ने के साथ भारत में शिक्षा स्तर सुधारने का मौका भी देती हैं।
सीटेट परीक्षा क्या हैं?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से आयोजित सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा, एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। यह उन लोगों के लिए है जो भारत में सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।
सीटेट के दो पेपर
सीटेट परीक्षा दो पेपर में होती है – पेपर 1 और पेपर 2। पेपर 1 उन लोगों के लिए है जो पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ाना चाहते हैं, और पेपर 2 उन लोगों के लिए है जो छठी से आठवीं कक्षा तक पढ़ाना चाहते हैं। हर पेपर दो घंटे का होता है और इसमें 150 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं।
कम से कम 60 प्रतिशत अंक जरूरी
सीटेट परीक्षा में बाल विकास, शिक्षाशास्त्र, शिक्षण विधियों और पाठ्यक्रम जैसे कई विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। सीटेट पास करने के लिए आपको हर पेपर में कम से कम 60% अंक लाने होते हैं।
अब जानते हैं कि सीटेट परीक्षा पास करने के बाद आपके क्या-क्या विकल्प हैं। नजर डालते हैं ऐसे ही 5 करियर ऑप्शन पर।
- शिक्षक भर्ती पात्रता
जैसा कि सामान्य तौर पर उम्मीदवार जानते हैं सीटेट मूल रूप से शिक्षक भर्ती से पहले पात्रता परीक्षा के रूप में आयोजित की जाती है। ऐसे में यह परीक्षा पास करके सरकारी टीचर बनने का रास्ता और आसान हो जाता है।
- एजुकेशन डेवलपर और कंसल्टेंट
सीटेट परीक्षा पास करने के बाद आप प्राइमरी स्कूल टीचर, सेकेंडरी स्कूल टीचर, प्राइवेट ट्यूटर, करिकुलम डेवलपर या एजुकेशन कंसल्टेंट के तौर पर काम कर सकते हैं। हर भूमिका आपको शिक्षा के क्षेत्र में योगदान करने और छात्रों के सीखने के सफर को बेहतर बनाने का एक अनोखा मौका देती है।
- ऑनलाइन एजुकेटर
हाल के सालों में ऑनलाइन शिक्षा की मांग बढ़ी है, और योग्य ऑनलाइन एजुकेटर की जरूरत भी बढ़ी है। एक ऑनलाइन एजुकेटर के रूप में, आप कई ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से कोर्स बना और पढ़ा सकते हैं।
- टीचर ट्रेनर
एक टीचर ट्रेनर वह होता है जो नए टीचर्स को प्रभावी शिक्षण विधियों, क्लास मैनेजमेंट और सिलेबस प्लानिंग के बारे में प्रशिक्षित करता है। वे स्कूलों, यूनिवर्सिटी और शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों जैसी कई जगहों पर काम कर सकते हैं।
- एजुकेशनल ब्लॉगर/राइटर
अगर आपको लिखने का शौक है, तो आप शिक्षा से जुड़ा एक ब्लॉग शुरू कर सकते हैं या लेख/किताबें लिख सकते हैं। एक एजुकेशनल ब्लॉगर/राइटर के रूप में, आप अपने ज्ञान और अनुभव को दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं, और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।
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