शिक्षक दिवस (05 सितंबर 2024) पर विशेष: राष्ट्र निर्माता-अध्यापक…. -डॉ. मनमोहन सिंह- भारतीय संस्कृति में प्राचीनकाल से ही गुरु के प्रति आदर और सम्मान की भावना रही है। समाज के लिये गुरु सदा पूज्य रहा है। गुरु ज्ञान देता है, मार्गदर्शक है, पूरे समाज को आध्यात्मिक, शारीरिक और सामाजिक प्रगति …
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शिक्षा और शिक्षक पर चिंतन का दिन….
शिक्षा और शिक्षक पर चिंतन का दिन…. -निखिल शर्मा- गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग रहा है। जीवन में माता-पिता का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता, क्योंकि वे हमें इस दुनिया में लेकर आते हैं। इसलिए जीवन में सबसे पहले गुरु हमारे माता-पिता होते हैं। भारत …
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शिक्षक दिवस (05 सितंबर 2024) पर विशेष: भारतीयता के अनुरूप शिक्षा से ही नया भारत संभव.. -ललित गर्ग- शिक्षक उस माली के समान है, जो एक बगीचे को अलग अलग रूप-रंग के फूलों से सजाता है। जो छात्रों को संकटों में भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करता है। आज …
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शिक्षक दिवस (05 सितंबर 2024) पर विशेष: ज्ञान के दीपक होते हैं शिक्षक. -रमेश सर्राफ धमोरा- कहा जाता है कि गुरु के बिना ज्ञान अधूरा रहता है। यह बात बिल्कुल सत्य है। हमारे जीवन में सबसे पहली गुरु तो मां होती है जो हमें जन्म लेते ही हर बातों का …
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शिक्षक दिवस (05 सितंबर 2024) पर विशेष: आदर्श शिक्षक की गुणधर्मिता… -प्रो(डॉ) शरद नारायण खरे-… अच्छा शिक्षक उत्साही, मिलनसार, सहज, शिक्षार्थियों के साथ तालमेल विकसित करने में सक्षम, अपने छात्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध, मिलनसार, शिक्षार्थियों में लोकप्रिय और आदर्श प्रतिमान के रूप में अपनी स्थिति के प्रति हमेशा …
Read More »कृष्ण जन्माष्टमी पर्व: सोलह कलाओं और विविध भूमिकाओं के साथ विलक्षण श्री कृष्ण…
कृष्ण जन्माष्टमी पर्व: सोलह कलाओं और विविध भूमिकाओं के साथ विलक्षण श्री कृष्ण… कहते हैं जब जब धरती पर अत्याचार और पाप बढ़ जाते हैं ,अधर्म का बोलबाला बढ़ जाता है। तब तब अवतारी पुरुष इस धरा पर जन्म लेते हैं, और वे ही पृथ्वी पर हो रहे अत्याचारों और …
Read More »कृष्ण जन्माष्टमी पर्व: भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश हर युग में प्रासंगिक और प्रेरणादायी*
कृष्ण जन्माष्टमी पर्व: भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश हर युग में प्रासंगिक और प्रेरणादायी* -डॉ. मोहन यादव-.. भगवान श्रीकृष्ण का जीवन दर्शन धर्म, जाति, व्यक्ति एवं लिंग से बहुत ऊपर है। लोक मान्यता है कि गुणातीत देवकीनंदन श्रीकृष्ण का अवतरण जन्माष्टमी के दिन हुआ। यह पावन संयोग है कि विष्णु जी …
Read More »निष्काम कर्मयोगी भगवान श्रीकृष्ण…
निष्काम कर्मयोगी भगवान श्रीकृष्ण… -डॉ. मुकेश कबीर- भगवान श्रीकृष्ण को ज्यादातर प्रेम के प्रतीक के रूप में पूजा गया जबकि प्रेम के अलावा भी श्रीकृष्ण बहुत विराट हैं पूर्ण पुरुषोत्तम हैं। बेशक प्रेम उनका स्वभाव है इसीलिए उनका प्रेम इतना विशाल इतना अनंत है कि वे सम्पूर्ण कलाओं के स्वामी …
Read More »जन्माष्टमी पर विशेष,,,..
जन्माष्टमी पर विशेष,,,.. पुस्तक चर्चा: श्रीमदभगवदगीता हिन्दी पद्यानुवाद -विवेक रंजन श्रीवास्तव- श्रीमदभगवदगीता एक सार्वकालिक ग्रंथ है। इसमें जीवन के मैनेजमेंट की गूढ़ शिक्षा है। आज संस्कृत समझने वाले कम होते जा रहे हैं, पर गीता में सबकी रुचि सदैव बनी रहेगी, अत: संस्कृत न समझने वाले हिन्दी पाठको को गीता …
Read More »जन्माष्टमी पर्व (26 अगस्त) पर विशेष: श्रीकृष्ण हैं सृष्टि के महानायक एवं मैंनेजमेंट गुरु…
जन्माष्टमी पर्व (26 अगस्त) पर विशेष: श्रीकृष्ण हैं सृष्टि के महानायक एवं मैंनेजमेंट गुरु… -ललित गर्ग- भगवान श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत एवं विलक्षण महानायक एवं मैंनेजमेंट गुरु हैं। श्रीकृष्ण का चरित्र एक प्रभावी एवं सफल मैंनेजमेंट गुरु वाले लोकनायक का चरित्र है। वह द्वारिका के शासक भी है …
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