बंगाल में भाजपा विधायकों ने तृणमूल की पांच विधायकों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया...
कोलकाता, 10 मार्च । पश्चिम बंगाल में शेष बजट सत्र के लिए निलंबित किए गए दो विधायकों समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन विधायकों ने सात मार्च को विधानसभा में हंगामा करने के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस की पांच महिला विधायकों के खिलाफ सदन में बृहस्पतिवार को विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया।
पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन उस समय खूब हंगामा हुआ, जब भाजपा विधायकों ने हाल में हुए नगर निकाय चुनाव में कथित हिंसा और धांधली के विरोध में शोर मचाया। इसके बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपने अभिभाषण को छोटा करने के लिए मजबूर होना पड़ा था और उसे सदन के पटल पर रखना पड़ा था।
राज्यपाल धनखड़ के अभिभाषण के दौरान सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने को लेकर भाजपा विधायक सुदीप मुखोपाध्याय और मिहिर गोस्वामी को बुधवार को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था। राज्यपाल ने इस सप्ताह की शुरुआत में विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को लिखे एक पत्र में कहा था कि तृणमूल विधायकों ने भी इस अव्यवस्था में ‘‘योगदान’’ दिया था।
निलंबित विधायकों के साथ विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सत्तारूढ़ तृणमूल विधायकों सबीना यास्मीन, चंद्रिमा भट्टाचार्य, शशि पांजा, शिउली साहा और आशिमा पात्रा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया।
अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में समय आने पर फैसला किया जाएगा। भाजपा के अधिकतर विधायक कार्यवाही के पूर्वार्ध में सदन में मौजूद नहीं थे और वे पार्टी के दो विधायकों के निलंबन आदेश को रद्द करने की मांग को लेकर बाहर धरना दे रहे थे।
तृणमूल कांग्रेस की चार महिला विधायकों ने सदन में अशांति फैलाने को लेकर भाजपा सदस्यों के खिलाफ मंगलवार को विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया था।
सियासी मियार की रिपोर्ट