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पर्यावरण, दलित कार्यकर्ताओं को भाजपा को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ आना चाहिए: येचुरी..

पर्यावरण, दलित कार्यकर्ताओं को भाजपा को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ आना चाहिए: येचुरी..

कोलकाता, । माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने ‘हिंदुत्व राष्ट्र’ का प्रचार करने वालों को हराने के लिए पर्यावरण और दलित कार्यकर्ताओं सहित गैर-राजनीतिक ताकतों को धर्मनिरपेक्ष क्षेत्रीय दलों के साथ साथ लाने का आह्वान किया।

येचुरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पहले राज्य स्तर पर हराने के प्रयास होने चाहिए और उसके बाद राष्ट्रीय विकल्प का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा, “दलित आंदोलनों, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दों पर जन आंदोलनों को एक साथ लाना होगा, इस तरह वामपंथी और लोकतांत्रिक ताकतों को मजबूत करना होगा।”

माकपा नेता ने कहा कि ‘सांप्रदायिकता के जहर को हराने’ के लिए इन आंदोलनों के अलावा धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साथ लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ‘हिंदुत्व राष्ट्र के प्रचार करने वालों’ को हराने के लिए इस ‘व्यापक मंच’ को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रीय दल लगातार सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ रहे हैं और उन्हें एक साथ लाने की जरूरत है।

येचुरी ने यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 103वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “(भाजपा का) विकल्प बनाने के लिए यह पहले राज्य स्तर पर किया जाना चाहिए।’ येचुरी ने दावा किया कि बिहार और उत्तर प्रदेश में धर्मनिरपेक्ष ताकतों के लिए बड़ी संभावनाएं हैं, लेकिन बाधा तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में है।

राज्य में सत्तारूढ़ दल के खिलाफ माकपा के आरोप को दोहराते हुए उन्होंने कहा, ‘ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को पश्चिम बंगाल में पैर जमाने का मौका दिया।’ उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी और वामपंथियों को नीतियों, फैसलों और राजनीतिक स्तर पर सांप्रदायिक घृणा को फैलाने के प्रयासों का मुकालबा करना है।

माकपा महासचिव ने कहा, “उसके लिए कम्युनिस्ट और अन्य वामपंथियों की ताकत बढ़ानी होगी।”

वर्ष 1996 में संयुक्त मोर्चा और 2004 की संप्रग सरकार बनाने का उदाहरण देते हुए उन्होंने दावा किया कि 2024 के आम चुनावों के बाद इस तरह का विकल्प सामने आएगा।

येचुरी ने कहा, “भारत को बचाने और फिर बदलने के लिए, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भाजपा की केंद्र और राज्यों में सरकारें न हों।”

उन्होंने आरोप लगाया कि देश में हवाई अड्डों से लेकर बंदरगाहों तक सब कुछ निजी क्षेत्र को बेचा जा रहा है।

येचुरी ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

सियासी मीयार की रिपोर्ट