भारत में बिक्री की विशाल संभावनाएं : बोइंग..

नई दिल्ली, 12 मई। विमानन कंपनी गो फर्स्ट के संकट में फंसने के बीच अमेरिकी विमान विनिर्माता बोइंग ने शुक्रवार को कहा कि वह मसले को हल करने के लिए हितधारकों के साथ मिलकर काम करेगी।
बोइंग कमर्शियल एयरप्लेन्स के उपाध्यक्ष (भारत में वाणिज्यिक बिक्री एवं विपणन) रेयान वीर ने साथ ही कहा कि भारत में बिक्री की विशाल संभावनाएं हैं। इससे पहले पट्टेदारों ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के गो फर्स्ट की परिसंपत्तियों पर रोक लगाने के बारे में चिंता जताई थी। ऐसे में एयरलाइन द्वारा पट्टे पर लिए गए विमानों के पंजीकरण को रद्द करने पर भी रोक लग गई थी।
गो फर्स्ट संकट और पट्टेदारों की चिंताओं पर एक सवाल के जवाब में वीर ने कहा कि कंपनी हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रही है और ”मुद्दों को सुलझाने के लिए अपनी तरफ से सर्वोत्तम प्रयास करेगी।” उन्होंने कहा, ”हम नहीं जानते कि इसका क्या असर होने वाला है।”
भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में शामिल है। इस साल की शुरुआत में बोइंग ने अनुमान लगाया था कि भारत को अगले दो दशकों में लगभग 2,210 नये विमानों की जरूरत होगी।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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