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वैश्विक रुख तय करेंगे बाजार की चाल…

वैश्विक रुख तय करेंगे बाजार की चाल…

मुंबई, 05 मई । विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर सप्ताह के अंतिम दिन भारी मुनाफावसूली के दबाव में आया घरेलू शेयर बाजार बीते सप्ताह मामूली बढ़त पर रहा और अगले सप्ताह उसकी दिशा दुनिया के अन्य केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर को लेकर आने वाले निर्णय, यूरो क्षेत्र के जीडीपी आंकड़े और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख से तय होगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 147.99 अंक अर्थात 0.20 प्रतिशत बढ़कर सप्ताहांत पर 73878.15 अंक हो गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 55.9 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की मामूली बढ़त लेकर 22475.85 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की मझौली कंपनियों ने ऊंची छलांग लगाई वहीं छोटी कंपनियों के शेयर गिर गए। मिडकैप 826.76 अंक अर्थात लगभग दो प्रतिशत उछलकर 42414.53 अंक पर पहुंच गया वहीं स्मॉलकैप 47.88 अंक यानी 0.1 प्रतिशत फिसलकर 47191.41 अंक रह गया।
विश्लेषकों के अनुसार, कंपनियों के वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के परिणम उम्मीद से थोड़ी बेहतर रहने और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सप्ताह के दौरान घरेलू बाजार की सकारात्मक शुरुआत हुई। हालांकि, महंगाई की ऊंची दर को लेकर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को लगातार छठी बार यथावत रखने के फैसले के बाद वैश्विक बाजार में मिश्रित रुझान के कारण घरेलू बाजार में व्यापक सुधार हुआ।
इसके अलावा चौथी तिमाही के सकारात्मक नतीजों और बिजली की मांग में वृद्धि के कारण बैंकों और बिजली क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों तेजी का रुख रहा। वहीं, एफआईआई की लगातार जारी बिकवाली का असर लार्ज कैप शेयरों के प्रदर्शन पर पड़ा। एफआईआई इस वर्ष मई में अबतक 3,356.45 करोड़ रुपये के बिकवाल रहे। इसी तरह अप्रैल में उसने बाजार से 35,692.19 करोड़ रुपये निकाले।
निवेश सलाह देने वाली कंपनी जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बताया कि अगले सप्ताह बाजार बैंक ऑफ इंग्लैंड की मौद्रिक नीति समीक्षा और यूरो क्षेत्र के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) आंकड़ों को लेकर सतर्क रहेगा। हमें उम्मीद है कि ऊंचे भाव और इस बार के लोकसभा चुनाव संबंधी किसी भी हलचल को लेकर बाजार में कुछ हद तक मजबूती आएगी।
बीते सप्ताह बुधवार को महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर अवकाश के कारण बाजार में चार दिन कारोबार हुआ, जिनमें से दो दिन तेजी और दो दिन गिरावट रही। अमेरिकी फेड रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों में कटौती किये जाने की उम्मीद में विश्व बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 941.12 अंक की उड़ान भरकर 74,671.28 अंक और निफ्टी 223.45 अंक की छलांग लगाकर 22,643.40 अंक पर बंद हुआ।
वहीं, विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर आईटी, धातु, तेल एवं गैस और टेक समेत बारह समूहों में हुई बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 188.50 अंक टूटकर 74,482.78 अंक और निफ्टी 38.55 अंक उतरकर 22,604.85 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरों को लगातार छठी बार यथावत रखने के निर्णय से विश्व बाजार का रुझान मिश्रित रहा वहीं सेंसेक्स और निफ्टी ने शांत प्रतिक्रिया दी और मिडकैप एवं स्मॉलकैप के मजबूत प्रदर्शन की बदौलत तेजी पर रहे। गुरुवार को सेंसेक्स 128.33 अंक चढ़कर 74,611.11 अंक और निफ्टी 43.35 अंक उठकर 22,648.20 अंक पर रहा।
अमेरिका में रोजगार के आंकड़े आने से पहले विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर ऊंचे भाव पर लगभग सभी समूहों के शेयरों में हुई मुनाफावसूली के दबाव में शुक्रवार को सेंसेक्स 732.96 अंक का गोता लगाकर 73,878.15 अंक और निफ्टी 172.35 अंक की भारी गिरावट के साथ 22,475.85 अंक पर बंद हुआ।

सियासी मियार की रीपोर्ट