घरेलू शेयर बाजार की निराशाजनक शुरुआत..
-सेंसेक्स 300 अंक गिरा, निफ्टी 26,100 के नीचे

मुंबई, 08 दिसंबर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत सोमवार को निराशाजनक रही, क्योंकि किसी बड़े वैश्विक या घरेलू ट्रिगर की कमी के बीच निवेशकों की धारणा कमजोर दिखाई दी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स लगभग 85,603 के स्तर पर खुला, जो पिछले सत्र की तुलना में 109 अंक नीचे था। इसी तरह निफ्टी50 भी 26,153 के स्तर पर मामूली कमजोरी के साथ खुला। हालांकि शुरुआती घंटे में बाजार में कुछ स्थिरता दिखी, लेकिन इसके बाद करीब बिकवाली तेज हो गई, जिससे प्रमुख सूचकांकों पर दबाव बढ़ा। सेंसेक्स 314 अंक गिरकर 85,398 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी50 98 अंक की गिरावट के साथ 26,088 पर ट्रेड कर रहा था। एनएसई के सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो बाजार खुलने के तुरंत बाद सेक्टरों में अलग-अलग ट्रेंड देखने को मिले। सेंसेक्स के हीटमैप से स्पष्ट था कि जहां कुछ कंपनियों में खरीदारी का रुझान रहा, वहीं कई दिग्गज शेयर दबाव में दिखे। शुरुआती ट्रेंड में गेनर्स और लूजर्स की तस्वीर साफ दिखाई दी। सेक्टोरल मोर्चे पर रियल्टी, पीएसयू बैंक और फार्मा इंडेक्स सबसे ज्यादा दबाव में रहे, जिनमें 0.2 से 0.4 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। दूसरी ओर निफ्टी मेटल में 0.2 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई, जबकि निफ्टी आईटी 0.1 फीसदी की हल्की तेजी के साथ हरे निशान में रहा। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी निवेशकों की कमजोर धारणा से अछूते नहीं रहे। निफ्टी मिडकैप 0.14 फीसदी फिसला, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 0.22 फीसदी नीचे आ गया।
एशियाई बाजार: एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान दिखे। चीन का सीएसई 300 0.48 प्रतिशत बढ़ा जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 0.07 प्रतिशत गिरा। निवेशक चीन के नवंबर के व्यापार आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। जापान का निक्केई 0.32 प्रतिशत नीचे गया क्योंकि तीसरी तिमाही में जीडीपी में गिरावट शुरुआती अनुमान से ज्यादा रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जापान की वार्षिकीकृत जीडीपी जुलाई से सितंबर तक 2.3 प्रतिशत घटी, जबकि अर्थशास्त्रियों ने 2 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया था। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.07 प्रतिशत बढ़ा।
अमेरिकी बाजार: अमेरिकी शेयर बाजारों में शुक्रवार को तेजी रही। डाउ जोंस 0.22 प्रतिशत, एसएंडपी 500 0.19 प्रतिशत और नैस्डैक 0.31 प्रतिशत ऊपर बंद हुआ। यह तेजी मुख्य रूप से सितंबर के कोर पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर प्राइस इंडेक्स के कमजोर आंकड़ों के कारण आई। यह डेटा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इस सप्ताह होने वाली नीति बैठक से पहले महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
Siyasi Miyar | News & information Portal Latest News & Information Portal