Sunday , September 22 2024

महाराष्ट्र : विधायक बच्चू कडू ने रवि राणा से माफी मांगने को कहा..

महाराष्ट्र : विधायक बच्चू कडू ने रवि राणा से माफी मांगने को कहा..

मुंबई, । प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू ने निर्दलीय विधायक रवि राणा से माफी मांगने को कहा है। राणा ने कडू पर शिवसेना के एकनाथ शिंदे नीत खेमे में शामिल हेाने के लिए पैसे लेने का आरोप लगाया है।

राणा और कडू ने शिंदे-भाजपा सरकार के वरिष्ठ नेताओं से इस मुद्दे का हल निकालने की मांग की है। राणा रविवार को मुंबई पहुंचे और कडू के रविवार रात तक पहुंचने की संभावना है।

इस साल जून में शिंदे की अगुवाई में शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत की गयी थी, जिसके कारण तत्कालीन उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गयी थी। कडू उस सरकार में मंत्री थे।

शिंदे ने बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से सरकार बना ली।

राणा और कडू अमरावती जिले में क्रमश: बदनेरा तथा अचलपुर विधानसभा सीटों का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा मुख्यमंत्री शिंदे नीत गठबंधन सरकार का समर्थन कर रहे हैं।

कडू ने राणा को आरोपों का सबूत पेश करने या माफी मांगने तथा उनके खिलाफ लगाए आरोप वापस लेने के लिए कहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही यह बताए कि गुवाहाटी गए विधायकों को पैसे दिए गए थे, या नहीं।

राणा रविवार को अमरावती से मुंबई पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘शिंदे और फडणवीस मेरे नेता हैं और मुझे मुंबई बुलाया गया है इसलिए मैं आया हूं।’’

कडू के भी मुंबई पहुंचने की संभावना है। उन्होंने अमरावती में कहा कि राणा के आरोपों से उनकी मानहानि हुई है तथा अगर इस मुद्दे का कोई संतोषजनक समाधान नहीं निकला तो उन्हें मजबूरन कोई ‘‘बड़ा कदम’’ उठाना पड़ेगा।

उन्होंने यह भी दावा किया कि सात से आठ विधायक उनके संपर्क में हैं। हालांकि, उन्होंने इसके बारे में विस्तारपूर्वक नहीं बताया।

कडू की प्रहार जनशक्ति पार्टी के 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में दो विधायक हैं। शिंदे के पास शिवसेना के 39 बागी विधायकों के साथ ही कुछ निर्दलीयों और छोटे दलों के विधायकों का समर्थन हासिल है। भाजपा के सदन में 106 विधायक हैं।

सांबा के सीमांत इलाके में दिखा ड्रोन, सर्च ऑपरेशन चलाया गया

सांबा, 30 अक्टूबर (वेब वार्ता)। सांबा सेक्टर में भारत-पकिस्तान अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में बीती रात ड्रोन की गतिविधि के बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम ने देर रात के अलावा सुबह भी इलाकों में सुरक्षाबलों के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया।

सर्च ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे डीएसपी ऑपरेशन गारू राम ने बताया कि कुल्लियां, नर्सरी और चक दयाला के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। उन्होंने कहा कि सूचना के आधार पर ही अन्य सुरक्षाबलों के साथ मिलकर इलाको को खंगाला जा रहा है। ड्रोन के माध्यम से नार्कोटिक्स, हथियार आदि भी पाकिस्तान कई बार ड्राप करवाता है और ऐसे कई प्रयासों को सुरक्षाबल विफल कर चुके हैं। पाकिस्तान को उसके मंसूबों में किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सीमांत इलाकों में किसी तरह की गतिविधि दिखने की सूचना तत्काल पुलिस और सुरक्षाबलों को दी जाए।

इस वर्ष 40 विदेशी आतंकी मारे गए, स्थानीय भर्ती में भी गिरावट आई : डीजीपी दिलबाग सिंह

-आतंकी संगठनों का बुनियादी ढांचा काफी हद तक ध्वस्त हुआ

जम्मू, 30 अक्टूबर (वेब वार्ता)। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक डीजीपी दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा कि पुलिस ने इस साल कश्मीर में विदेशी आतंकियों का सफाया करने पर विशेष ध्यान दिया है। इस साल 40 विदेशी आतंकियों के मारे जाने से स्थानीय आतंकियों की भर्ती में भी काफी गिरावट आई है।

श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से आयोजित कश्मीर मैराथन-2022 के मौके पर डीजीपी ने संवाददाताओं से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस साल हमारा विशेष ध्यान कश्मीर घाटी में सक्रिय विभिन्न संगठनों के विदेशी आतंकियों की धर-पकड़ पर था। इस साल विभिन्न अभियानों में 40 विदेशी आतंकी मारे गए हैं जबकि कुछ अभी भी फरार हैं। सक्रिय आतंकी पुलिस और सुरक्षाबलों के राडार पर हैं। वह भी जल्द ही मारे जाएंगे। आज सभी संगठन नेतृत्व संकट का सामना कर रहे हैं क्योंकि उनका बुनियादी ढांचा काफी हद तक ध्वस्त हो गया है।

उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में पथराव और सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों में भी काफी गिरावट आई है। डीजीपी सिंह ने कहा कि इसका श्रेय उन लोगों और युवाओं को जाता है जो हिंसा से दूर रहना पसंद करते हैं। युवाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने करियर को आकार देना पसंद किया। पिछले तीन वर्षों में कश्मीर घाटी में पथराव समाप्त हो गया है और स्थानीय आतंकियों की भर्ती भी लगभग शून्य हो गई है।

जम्मू-कश्मीर में आईईडी हमलों के बारे में डीजीपी ने कहा कि रेडीमेड आईईडी आतंकियों के लिए कम लागत वाले हैं और उनका उद्देश्य सुरक्षाबलों को अधिकतम नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह आतंकियों की नई रणनीति है। जम्मू में ऐसी खेप जब्त की गई है जिन्हें ड्रोन के जरिए एयरड्रॉप किया गया था। डीजीपी ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल घुसपैठ में भी कमी आई है। उन्होंने कहा कि मौसम बदल रहा है और सर्दियां आ रही हैं इसलिए नियंत्रण रेखा पर बर्फ के जमने से पहले आतंकियों को इस तरफ धकेला जा सकता है।

डीजीपी ने कहा कि घाटी में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने और सांप्रदायिक सद्भाव के सदियों पुराने ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह के कृत्य किए जा रहे हैं। इसका प्रमुख उद्देश्य भारत भर के लोगों को कई भारतीय राज्यों में काम कर रहे कश्मीरियों को निशाना बनाने के लिए उकसाना है।

सियासी मियार की रिपोर्ट