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आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम..

आयुर्वेद पेशेवरों के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम..

नई दिल्ली,। आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद में शोध एवं विकास को प्रोत्साहन देने के लिए ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम शुरू किया है।
आयुष मंत्रालय ने सोमवार को यहां बताया कि आयुओ चिकित्सा शिक्षा को विनियमित करने और वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए दो प्रमुख संस्थानों, राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग और केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद स्मार्ट कार्यक्रम की शुरुआत की है जिसमें आयुर्वेद पेशेवरों को अनुसंधान एवं विकास के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा कि स्मार्ट (स्कोप फॉर मेनस्ट्रीमिंग आयुर्वेद रिसर्च इन टीचिंग प्रोफेशनल्स) कार्यक्रम का उद्देश्य आयुर्वेद कॉलेजों और अस्पतालों के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल अनुसंधान क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
एनसीआईएसएम के अध्यक्ष वैद्य जयंत देवपुजारी और सीसीआरएएस के महानिदेशक प्रोफेसर रबिनारायण आचार्य ने आयुर्वेद बोर्ड, एनसीआईएसएम के अध्यक्ष प्रोफेसर बीएस प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ किया। ‘स्मार्ट’ कार्यक्रम का आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान पर गहरा दीर्घकालिक कायाकल्प प्रभाव पड़ेगा। ‘स्मार्ट’ के पहल ऑस्टियोआर्थराइटिस, आयरन की कमी वाले एनीमिया सहित स्वास्थ्य देखभाल अनुसंधान क्षेत्रों में अनुसंधान विचारों की पहचान, समर्थन और बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है। क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, डिस्लिपिडेमिया, रुमेटीइड गठिया, मोटापा, मधुमेह मेलेटस, सोरायसिस, लीवर रोग जैसे रोगों निदान पर भी नये शोध होंगे।

सियासी मियार की रिपोर्ट