Saturday , September 21 2024

कुवैत अग्निकांड में मारे गये 49 लोगों में से 42 भारतीय, विदेश राज्य मंत्री ने की घायलों से मुलाकात…

कुवैत अग्निकांड में मारे गये 49 लोगों में से 42 भारतीय, विदेश राज्य मंत्री ने की घायलों से मुलाकात…

कुवैत सिटी/नयी दिल्ली, 14 जून। कुवैत में अहमदी प्रांत के मंगाफ क्षेत्र में भारतीय श्रमिकों के आवास वाली छह मंजिला इमारत में लगी आग में मारे गये 49 लोगों में कम से कम 42 भारतीय हैं।
विदेश राज्य मंत्री केवी सिंह ने गुरुवार को उन अस्पतालों में से एक का दौरा किया, जहां घायल भारतीयों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। वह कुवैत सिटी पहुंचने के बाद तुरंत जाबेर अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती घायल भारतीयों से मिले।
मृतक 42 भारतीयों में से 14 केरल के निवासी थे और बाकी तमिलनाडु तथा उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्यों के थे। भारतीयों के अलावा मरने वाले बाकी लोग पाकिस्तानी, फिलिपींस, मिस्र और नेपाल के नागरिक थे।
घायल हुए 50 से अधिक लोगों में से 35 लोग गहन देखभाल में हैं, जिनमें से सात की हालत गंभीर है। पांच लोगों को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। घायलों का इलाज कुवैत के पांच सरकारी अस्पतालों, अदन, जाबेर, फरवानिया, मुबारक अल कबीर और जाहरा अस्पतालों में किया जा रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के निर्देश पर, राज्य मंत्री के वी सिंह कुवैत पहुंचे हैं और आग की घटना में कल घायल हुए भारतीयों का हालचाल जानने के लिए तुरंत जाबेर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में भर्ती छह घायलों से मुलाकात की। वे सभी सुरक्षित हैं।”
कुवैती अधिकारियों ने कहा है कि पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किया जायेगा। आग की घटना छह मंजिला इमारत में हुई, जहां एक निजी कंपनी के करीब 196 कर्मचारी रहते थे। शुरुआती जांच में बताया गया कि भूतल पर रसोई में आग लगी और तेजी से फैल गयी। रसाई में करीब 20 सिलिंडरों का भंडारण किया गया था जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं।
जांच रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि रात की शिफ्ट पूरी करने के बाद अधिकांश कर्मचारी पांचवीं और छठी मंजिल पर सो रहे थे। अधिकांश की मौत जहरीले धुएं से दम घुटने के कारण हुई।
लोक अभियोजक ने इस दुखद घटना की जांच शुरू कर दी है। राज्य अभियोजन अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अस्पतालों में भर्ती घायलों से बात की। कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका ने भी दुर्घटनास्थल और उन सभी अस्पतालों का दौरा किया, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने दूतावास की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, जिस इमारत में आग लगी थी, उसके मालिक को हिरासत में ले लिया गया है और वह जांच पूरी होने तक हिरासत में रहेगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अहमद अल-अवधी ने बताया कि मंत्रालय से संबद्ध अस्पतालों में 56 घायल मरीजों को भर्ती कराया गया। इनमें से 41 लोगों को आंतरिक चिकित्सा, सर्जरी या आर्थोपेडिक्स विभागों में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ी। इनमें से ज्यादातर धुएं के कारण सांस लेने (कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता सहित) में तकलीफ और जलने तथा गिरने से फ्रैक्चर होने वाले मरीज भर्ती थे।
अस्पताल में भर्ती मरीजों में से नौ को गहन देखभाल उपचार की आवश्यकता थी, जबकि 11 लोगों को उपचार और उनके स्वास्थ्य में स्थिरता के बाद छुट्टी दे दी गयी।
आग लगने की जगह पर तैनात चिकित्सा टीमों ने 11 लोगों का इलाज किया, जिनमें से चार मरीजों की अस्पताल ले जाये जाने के दौरान मौत हो गयी।
कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री एवं गृह मंत्री शेख फहद यूसुफ अल-सबा ने आज कुवैत के कई क्षेत्रों में अवैध संपत्तियों पर एक समग्र निरीक्षण अभियान का नेतृत्व किया।

सियासी मियार की रीपोर्ट