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वैश्विक आर्थिक आंकड़े और तिमाही नतीजों पर रहेगी बाजार की नजर

वैश्विक आर्थिक आंकड़े और तिमाही नतीजों पर रहेगी बाजार की नजर

मुंबई, 14 जुलाई विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर मुनाफावसूली के दबाव के बावजूद टीसीएस के मजबूत परिणाम से बीते सप्ताह आधे प्रतिशत से अधिक चढ़े घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह वैश्विक आर्थिक आंकड़ों के साथ ही कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों पर नजर रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 522.74 अंक अर्थात 0.7 प्रतिशत मजबूत होकर सप्ताहांत पर 80519.34 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 178.3 अंक यानी 0.73 प्रतिशत चढ़कर 24502.15 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी लिवाली हुई। इससे मिडकैप 70.41 अंक अर्थात 0.2 प्रतिशत बढ़कर सप्ताहांत पर 47508.26 अंक और स्मॉलकैप 140.71 अंक यानी 0.3 प्रतिशत की बढ़त लेकर 54013.25 अंक हो गया।
विश्लेषकों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही की आय के कमजोर पूर्वानुमान और विकासोन्मुख बजट की उम्मीद के कारण बाजार में चिंता और उत्साह का मिश्रण बना रहा। दूसरी ओर, वित्त वर्ष 2025 के लिए मजबूत जीडीपी के मार्गदर्शन ने निवेशकों की धारणा को मजबूत किया। वैश्विक मोर्चे पर अमेरिका में मुद्रास्फीति के अनुमान से कम होकर एक वर्ष के निचले स्तर पर आने से निवेशकों की आशा बढ़ी है। इससे सितम्बर में अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की संभावना 90 प्रतिशत तक बढ़ गई है, जो डॉलर सूचकांक में गिरावट से स्पष्ट है।
उम्मीद हैं कि चालू आय सीजन के कारण स्टॉक-विशिष्ट गतिविधियों में तेजी आएगी। वास्तव में आय और परिदृश्य की अच्छी शुरुआत के कारण अगले सप्ताह आईटी समूह सुर्खियों में रहेगा। मानसून में अच्छी प्रगति और कारोबार में तेजी की उम्मीदों से एफएमसीजी शेयरों ने मुख्य सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया। अगले सप्ताह निवेशक चीन के सकल घरेलू उत्पाद, यूरोजोन की खुदरा महंगाई, ईसीबी की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के निर्णय और अमेरिकी फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के वक्तव्य जैसे आर्थिक आंकड़ों पर सावधानीपूर्वक नजर रखेंगे।
इनके अलावा स्थानीय स्तर पर अगले सप्ताह दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के परिणाम का भी बाजार पर असर रहेगा। अगले सप्ताह रिलायंस, इंफोसिस, विप्रो, एशियन पेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, अल्ट्रासिमको, बजाज ऑटो, इंडियन बैंक, महाराष्ट्र बैंक, सेंट्रल बैंक और बीपीसीएल जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं।
बीते सप्ताह बाजार तीन दिन गिरावट और दो दिन तेजी पर रहा। एशियाई बाजरों की गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, दूरसंचार, ऑटो और धातु समेत तेरह समूहों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 36.22 अंक उतरकर 79,960.38 अंक और निफ्टी 3.30 अंक फिसलकर 24,320.55 अंक रह गया।
विश्व बाजार की तेजी के साथ ही स्थानीय स्तर पर मॉनसून एवं खरीफ फसलों की बुवाई की प्रगति से उत्साहित निवेशकों की ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी, सीडी और रियल्टी समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स 391.26 अंक की छलांग लगाकर 80,351.64 अंक और निफ्टी 112.65 अंक की मजबूती के साथ 24,433.20 अंक हो गया।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर ऊंचे भाव पर हुई मुनाफावसूली के दबाव में बुधवार को सेंसेक्स 426.87 अंक का गोता लगाकर 79,924.77 अंक और निफ्टी 108.75 अंक टूटकर 24,324.45 अंक पर बंद हुआ। विश्व बाजार में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर बजाज फाइनेंस, मारुति, रिलायंस, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक समेत पंद्रह दिग्गज कंपनियों में हुई बिकवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 27.43 अंक फिसलकर 79,897.34 अंक और निफ्टी 8.50 अंक की मामूली गिरावट के साथ 24,315.95 अंक पर बंद हुआ।
वहीं, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहने की बदौलत उसके शेयरों के साढ़े छह प्रतिशत से अधिक चढ़ने से शुक्रवार को सेंसेक्स 622.00 अंक की छलांग लगाकर 80,519.34 अंक के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी 186.20 अंक उछलकर 24,502.15 अंक के नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।

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