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सीएम हाउस का एक और वीडियो आया सामने, मालीवाल को हाथ पकड़कर बाहर ले जाती दिखी महिला पुलिस..

सीएम हाउस का एक और वीडियो आया सामने, मालीवाल को हाथ पकड़कर बाहर ले जाती दिखी महिला पुलिस..

नई दिल्ली, । आप नेता व राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से बदसलूकी व मारपीट मामले में शनिवार को नया वीडियो सामने आया है। यह सीसीटीवी मुख्यमंत्री आवास का है। फुटेज में महिला पुलिसकर्मी स्वाति मालीवाल को हाथ पकड़कर बाहर ले जा रही हैं। बाहर जाने के बाद स्वाति मालीवाल दिल्ली पुलिस से शिकायत करती देखी गई हैं। इस दौरान वहां काफी देर बातचीत होती रही। अमर उजाला इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। इससे पहले भी शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के ड्राइंग रूम का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में पूरी घटना को देखा जा सकता था।

कहा जा रहा है कि यह वीडियो 13 मई का है। यह मुख्यमंत्री आवास के अंदर का है। वीडियो में दिख रहा है कि स्वाति सीएम हाउस के अंदर बैठी हुई हैं। कुछ कर्मचारी उन्हें बाहर जाने को कह रहे हैं। इस दौरान वह गुस्सा हो जाती हैं। कहती हैं ”मुझे हाथ लगाया तो आप लोगों की भी नौकरी खाऊंगी। कर्मचारी स्वाति से बाहर जाने का आग्रह करते हैं, तो वह कहती हैं फेक दो उठाकर… आप फेंक दो… ये गंजा। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस वीडियो के आधिकारिक होने की पुष्टि नहीं की है।

जांच में जुटे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि इस वीडियो को जब्त कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जाएगी। इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार आरोपी हैं। स्वाति मालीवाल सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनसे मुलाकात करने गई थीं। आरोप है कि वहां उनके साथ सीएम के पीए ने बदसलूकी करने के साथ ही मारपीट भी की थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

3 घंटे चला सांसद का मेडिकल टेस्ट
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार सुबह पीड़ित स्वाती मालीवाल का मेडिकल टेस्ट कराया। बताया जा रहा है की उनकी मेडिकल जांच तीन घंटे तक चली। मेडिकल जांच की आई रिपोर्ट में उनके चेहरे पर अंदरूनी चोट की बात सामने आई। उनका सिटी स्कैन भी कराया गया।

अदालत ने आप सांसद का बयान किया दर्ज
तीस हजारी कोर्ट ने शुक्रवार को मारपीट के एक मामले में आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल का बयान दर्ज किया। उनकी शिकायत पर बिभव कुमार और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत स्वाति मालीवाल का बयान दर्ज किया। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे पुलिस सुरक्षा में स्वाति मालीवाल तीस हजारी कोर्ट पहुंचीं। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने उनका बयान दर्ज किया।

बिभव ने गाली दी, धमकाया… हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती: मालीवाल
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कथित हमले और बदसलूकी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं। इस मामले में दर्ज एफआईआर में मालीवाल ने कहा, मैं ड्राइंग रूम में बैठी थी। तभी सीएम के पीएस बिभव कुमार घुस आए। उन्होंने बिना किसी उकसावे के मुझ पर चिल्लाना शुरू कर दिया और मुझे गाली देने लगे।
मैं अचानक हुए इस दुर्व्यवहार से आश्चर्यचकित रह गई। मैंने उनसे कहा कि वह मुझसे इस तरह की बात नहीं करें और सीएम को बुलाएं। मुझे गाली देते उन्होंने कहा कि तुम कौन होती हो मेरी बात नहीं मानने वाली? कैसे नहीं मानेगी? तुम्हारी औकात क्या है कि हमें न कहें। समझती क्या है खुद को नीच औरत। तुझे तो हम सबक सिखाएंगे।

ये कहते हुए वह मेरे सामने आकर खड़ा हो गए और मुझसे मारपीट करने लगे। मैं बार-बार रुकने की गुहार लगाती रही। फिर भी वह पीटते रहे। मैंने उनसे कहा, मुझे पीरियड्स हो रहे हैं, मुझे छोड़ दें। मालीवाल ने कहा, मैं किसी तरह से उनके चंगुल से बच सकी। फिर मैं ड्राइंग रूम में आकर सोफे पर बैठ गई और अपने चश्मे को खोजा जो पिटाई के दौरान जमीन पर गिर गया था। मैं अचानक हुए हमले से बुरी तरह सदमे में थी। मैंने 112 नंबर पर फोन कर अपने खिलाफ हुए अपराध की सूचना दी। बिभव ने मुझे धमकाया और कहा, कर ले जो करना है।

तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। तेरी हड्डी पसली तुड़वा देंगे और ऐसी जगह गाड़ेंगे, किसी को पता भी नहीं चलेगा। जब उसे पता चला कि मैंने 112 नंबर पर कॉल किया है तो वह बाहर गया और सीएम कैंप ऑफिस के मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ वापस आया। बिभव के कहने पर सुरक्षाकर्मियों ने मुझे जाने के लिए कहा। मैं उनसे कहती रही कि मुझे बेरहमी से पीटा गया है। उन्हें पीसीआर पुलिस के आने तक इंतजार करना चाहिए। हालांकि, उन्होंने मुझे परिसर से बाहर जाने के लिए कहा। मुझे सीएम आवास के बाहर ले जाया गया और मैं उनके घर के बाहर फर्श पर कुछ देर बैठी रही, क्योंकि मैं बहुत दर्द में थी।