अमेरिकी गायिका मिलबेन ने कश्मीरी पंडितों के पलायन के दर्द को किया साझा…

वाशिंगटन, 22 जनवरी । कश्मीर में तीन दशक पहले पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा वहां के पंडितों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार और पलायन के लिए मजबूर करने को अमेरिका की अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने साझा करता हुए इसे बेहद दुखद और अमानवीय बताया है।
दुनिया भर में कश्मीर घाटी से विस्थापित पंडितों के समर्थन आयोजित कार्यक्रम में मिलबेन ने कहा कि उनकी प्रार्थना कश्मीर पंडितों के साथ है और आज भी दुनियाभर में धार्मिक उत्पीड़न जारी है।
ज्ञातव्य है कि 1990 में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा धमकियां देने तथा हत्याएं करने के कारण कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों को अपना घर और परिजनों को खोना पड़ा था। 39 साल की मिलबेन ने एक ट्वीट कर ‘पलायन दिवस’ को चिह्नित किया और कहा कि उनकी प्रार्थना समुदाय के साथ हैं।
मिलबेन ने कहा, ‘दुनिया भर में धार्मिक उत्पीड़न जारी है। आज हम पलायन दिवस की भयावहता को याद करते हैं। जब इस्लामी आतंकवादियों कश्मीर में नरसंहार और जातीय सफाया के कारण कश्मीरी पंडितों को पलायन करना पड़ा था। मेरी प्रार्थनाएं कश्मीरी पंडित समुदाय के साथ हैं, क्योंकि अब भी कई लोग अपने प्रियजन, घरों और सांस्कृतिक उपस्थिति के खोने का शोक मना रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि एक वैश्विक शख्सियत के रूप में, वह हमेशा उनका, धार्मिक स्वतंत्रता तथा वैश्विक नीति का समर्थन करती रहेंगी, जो किसी भी धर्म की रक्षा करने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘ईसाइयों का उत्पीड़न, यहूदी विरोधी भावना, यहूदियों के प्रति घृणा, हिंदुओं और अन्य लोगों के खिलाफ नरसंहार आज भी जारी है।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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