तमिलनाडु विधानसभा में अन्नाद्रमुक के सदस्य सदन से निष्कासित, बाद में वापस बुलाए गए…

चेन्नई, 21 जून। तमिलनाडु विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के सदस्यों ने कल्लाकुरिची में हुए अवैध देशी शराब हादसे का मुद्दा उठाने का प्रयास किया जिसके बाद पार्टी के कई सदस्यों को सदन से बाहर निकाल दिया गया। बाद में मुख्यमंत्री स्टालिन की अपील के बाद विपक्षी सदस्यों का निष्कासन रद्द किया गया।
तमिलनाडु विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के. पलानीस्वामी ने बाद में कहा कि सत्र के दौरान अन्नाद्रमुक सदस्यों ने कल्लाकुरिची में हुए अवैध देशी शराब हादसे का मुद्दा उठाने का प्रयास किया, लेकिन ‘‘हमें इसकी अनुमति नहीं दी गई और पार्टी के सदस्यों को सदन से बाहर निकाल दिया गया।’’
उन्होंने अन्नाद्रमुक सदस्यों को सदन से निकाले जाने की कार्रवाई को ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताया।
पलानीस्वामी ने कल्लाकुरिची में अवैध देशी शराब पीने से 50 लोगों की मौत होने का दावा किया।
विधानसभा अध्यक्ष एम. अप्पावु ने कहा कि अन्नाद्रमुक के सदस्य प्रश्नकाल के दौरान मुद्दा उठाना चाहते थे, जो सदन के नियमों के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के सदस्य प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद ही शून्यकाल के दौरान किसी भी मुद्दे को उठा सकते हैं।
अन्नाद्रमुक के सदस्यों के अपनी मांग पर अड़े रहने पर अध्यक्ष ने उन्हें सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी पार्टी के विधायक आज कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकेंगे।
बाद में, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने विधानसभा अध्यक्ष से अपील की कि मुख्य विपक्षी दल के सदस्यों को सदन की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति दी जाए। उनकी इस अपील को अप्पावु ने स्वीकार कर लिया और अन्नाद्रमुक विधायकों को सदन में वापस आने के लिए कहा।
पलानीस्वामी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि वह कल्लाकुरिची अवैध देशी शराब त्रासदी का मुद्दा उठाना चाहते हैं, जिसमें ’50 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।’
पलानीस्वामी सहित विपक्षी पार्टी के विधायक काली शर्ट पहनकर विधानसभा में आए थे।
सियासी मियार की रपोर्ट
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