Saturday , September 21 2024

उत्तर प्रदेश, पंजाब में 27 लोगों की वीआईपी सुरक्षा वापस ली गई….

उत्तर प्रदेश, पंजाब में 27 लोगों की वीआईपी सुरक्षा वापस ली गई….

नई दिल्ली, । उत्तर प्रदेश और पंजाब में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान जिन 41 अति विशिष्ट लोगों (वीआईपी) को केंद्रीय सुरक्षा घेरा दिया गया था उनमें से 27 का सुरक्षा घेरा वापस ले लिया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

सीआरपीएफ प्रमुख कुलदीप सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देश पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने सुरक्षा मुहैया कराई और बाद में वापस ले ली। उन्होंने कहा कि ये वीआईपी पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान अर्धसैनिक बल के सुरक्षा घेरे में आए थे

सीआरपीएफ के महानिदेशक ने कहा कि 2021 में पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान इसी तरह का सुरक्षा घेरा दिया गया था और फिर वापस ले लिया गया था। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को खतरे की धारणा के आधार पर सुरक्षा प्रदान की जाती है।

उन्होंने कहा, “हाल में हमें जिन 41 लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उनमें से 27 का सुरक्षा घेरा वापस ले लिया गया है।”

अधिकारियों ने कहा कि गृह मंत्रालय के आदेश ने बल को दो उत्तरी राज्यों में चुनाव प्रक्रिया के दौरान राजनेताओं और उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कहा था और वापसी 12 मार्च से शुरू हुई थी।

एक अन्य अधिकारी ने कहा कि आने वाले दिनों में और लोगों का सुरक्षा घेरा हट सकता है और यह केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तैयार की गई खतरे की धारणा रिपोर्ट पर निर्भर करेगा।

वर्तमान में, बल की वीआईपी सुरक्षा शाखा कुल 117 लोगों को सुरक्षा देती है और और यह जेड प्लस, जेड, वाई प्लस, वाई और एक्स की विभिन्न श्रेणियों के तहत सशस्त्र सुरक्षा प्रदान करती है।

बल की तरफ से जिन महत्वपूर्ण लोगों को सुरक्षा प्रदान की गई है उनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके सांसद बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाद्रा शामिल हैं।

सियासी मियार की रिपोर्ट