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श्रवण विकारों की प्रारंभिक पहचान व उपचार के बारे में जागरुकता जरूरी: डॉ. मांडविया..

श्रवण विकारों की प्रारंभिक पहचान व उपचार के बारे में जागरुकता जरूरी: डॉ. मांडविया..

नई दिल्ली आज विश्व श्रवण दिवस है। इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने लोगों से श्रवण विकारों और श्रवण हानि के बारे में जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा कि जनभागीदारी के साथ, श्रवण विकारों की प्रारंभिक पहचान और समय पर उपचार के लाभों के बारे में समुदायों के बीच मौजूदा ज्ञान में बहुत योगदान दिया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 03 मार्च विश्व श्रवण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस का प्राथमिक लक्ष्य इस संदेश को प्रसारित करना है कि समय पर और प्रभावी देखभाल लोगों को श्रवण बाधित से मुकाबला करने में मदद करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आयोजित किया जाने वाला यह दिवस श्रवण तंत्रिकाओं की सुरक्षा और निवारक उपायों को अपनाने के लिए की जाने वाली कार्यवाही के बारे में जागरुकता फैलाने का अवसर प्रदान करता है।

विश्व स्तर पर तकरीबन 1.5 बिलियन लोग पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधा का सामना कर रहे हैं। इसमें से लगभग 430 मिलियन लोगों को जल्द से जल्द इलाज की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2050 तक विश्व भर में लगभग 2.5 मिलियन लोग या 4 में से एक व्यक्ति पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधित से प्रभावित होगा।

सियासी मियार की रिपोर्ट